नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में अंधविश्वास का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दक्षिण पूर्वी दिल्ली इलाके में एक 25 वर्षीय महिला ने अंधविश्वास के चलते एक नवजात शिशु का कथित तौर पर बलि देने के लिए अपहरण कर लिया। हालांकि पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। आरोपी महिला का नाम श्वेता है, और वह कोटला मुबारकपुर की रहने वाली है। पूछताछ में महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपने मृत पिता को पुनर्जीवित करना चाहती थी इसीलिए उसने 2 महीने के बच्चे की बलि देने के लिए उसका अपहरण किया। जिसे सुनकर सभी लोग सकते में आ गए। पुलिस ने बताया कि महिला पहले भी लूटपाट और चोरी के दो मामलों में शामिल थी।
पुलिस उपायुक्त इशा पाडेंय ने बताया कि बृहस्पतिवार को शाम करीब चार बजे सूचना मिली कि गढी क्षेत्र से एक अज्ञात महिला ने दो महीने के बच्चे का अपहरण किया। इसको लेकर अमर कॉलोनी थाने में आईपीसी की धारा 328/363 के तहत पुलिस मामला दर्ज किया गया। मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए उप निरीक्षक राजिंदर सिंह, हेड कांस्टेबल रविंदर गिरि, शेर सिंह, सचिन सरोहा, नीरज कुमार और दिनेश कुमार और महिला कांस्टेबल पूनम का एक दल बनाया गया। दल का नेतृत्व अमर कॉलोनी थाने के एसएचओ प्रदीप रावत ने किया। पुलिस के अनुसार, शिशु की मां ने बताया कि अपहरणकर्ता उससे सफदरजंग अस्पताल में मिली थी और उसने खुद को जच्चा-बच्चा देखभाल के लिए काम करने वाले एक एनजीओ के सदस्य के रूप में पेश किया था। पुलिस ने बताया, श्वेता ने मां और बच्चे को मुफ्त दवा और परामर्श देने का वादा किया।
बाद में वह नवजात की जाँच के बहाने उनका पीछा करने लगी। बुधवार को आरोपी महिला गढ़ी स्थित ममराज मोहल्ले में नवजात की जाँच करने के लिए उनके घर भी आई थी। बृहस्पतिवार को वह फिर उनके घर आई और अपनी बातों में उलझाकर पीड़िता से नवजात को बाहर ले जाने के लिए उसे सौंपने को कहा। इस पर पीड़िता ने नवजात के साथ अपनी 21 वर्षीय भतीजी ऋतु को भी महिला के साथ भेजा। आरोपी महिला नीम चौक गढ़ी आई और पीडिता की भतीजी रितु के साथ नवजात को कार में बिठा दिया। अपहरण करने वाली महिला ने रास्ते में ऋतु को कोल्ड ड्रिंक पिलाई जिससे वह बेहोश गई। बाद में महिला ने रितु को गाजियाबाद ले जाकर छोड़ दिया। कुछ देर बाद जब ऋतु को होश आया तब उसने अपने परिजनों को सारी घटना बताई। और पुलिस को घटना की सूचना दी गई।
जिसके बाद जांच के दौरान, पुलिस ने क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज से वाहन के रजिस्ट्रेशन संख्या की पहचान की। इस बीच बृहस्पतिवार की शाम करीब 4 बजे सूचना मिली कि अपहरणकर्ता आर्य समाज मंदिर, कोटला मुबारकपुर के पास आएगी। पुलिस ने छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया है। महिला की पहचान कोटला मुबारकपुर निवासी श्वेता (25) के रूप में हुई है।
श्वेता ने खुलासा किया कि पिछले महीने उसके पिता का देहांत हो गया था। अंतिम संस्कार के दौरान, उसे पता चला कि शिशु की बलि देने से उसके पिता पुनर्जीवित हो सकते हैं। पुलिस ने कहा, इस अंधविास को अंजाम देने के लिए उसने इलाके में एक नवजात लड़के की तलाश शुरू कर दी। वह सफदरजंग अस्पताल के प्रसूति वार्ड में गई और उसने बताया कि वह एक एनजीओ में काम करती है, जो नवजात बच्चे और मां की देखभाल के लिए कार्य करता है। उन्होंने कहा, महिला पीड़ित मां से मिली। बाद में, उनका विश्वास जीतने के लिए वह अक्सर बच्चे और मां से मिलने के लिए उनके घर जाया करती थी। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।