Farewell on retirement of Principal and cleaning worker in Kanya Vidyalaya, Satpuli

सतपुली : राजकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय सतपुली से शुक्रवार को विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती पुष्पा लिंगवाल एवं सफाई कर्मी श्यामलाल सेवानिवृत्त हुए। दोनों कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति पर विद्यालय परिवार एवं क्षेत्रीय जनता द्वारा उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर विद्यालय में दोनों कर्मचारियों के सम्मान में विदाई समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए विद्यालय परिवार एवं क्षेत्र के चंद गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख जयहरीखाल दीपक भंडारी, पूर्व राज्य मंत्री भूपेंद्र लिंगवाल, एडवोकेट गोपेश्वर डॉ. प्रताप सिंह, प्रकाश असवाल, कैंट बोर्ड लैंसडाउन संजय नेगी, अनुज खंडेलवाल, नीरज कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता पुष्पेंद्र राणा, कल्पना रतूड़ी, शूरवीर सिंह, सिम्मी देवी तथा नीरज कुमार सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

अपनी विदाई भाषण में श्रीमती पुष्पा लिंगवाल ने कहा कि करीब 35 वर्ष पूर्व 15 अक्टूबर 1985 में उन्होंने शिक्षण सेवा शुरू की थी और आज कन्या माध्यमिक विद्यालय सतपुली से सेवानिवृत्त हो रही हैं। 35 वर्षों की सेवा में उनका लैंसडौन, पोखरी, पोखडा, गोपेश्वर, सतपुली सहित 11 जगह स्थानांतरण हुआ। इस मौके पर उन्होंने सभी शिक्षकों को कहा कि स्थानांतरण से घबराना नहीं चाहिए जगह-जगह जाने से उन क्षेत्रों के अनुभवी लोगों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने अपनी इस सेवा में अपने पति भूपेंद्र सिंह लिंगवाल का भी आभार जताया। उन्होंने कहा पूरी नौकरी में शैक्षिक कार्य करने में मुझे जगह-जगह जाना पड़ा और इसमें मेरे पति का पूरा सहयोग रहा।

वहीँ 1983 में सेवा शुरू करने वाले सफाई कर्मी श्यामलाल 28 साल धुमाकोट और 11 साल सतपुली में सेवा देने के बाद आज सेवानिवृत्त हुए हैं। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी सरोज देवी और अनेक लोगों ने उनको फूल माला एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। विदाई समारोह कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की सहायक अध्यापिका कल्पना रतूड़ी और आदर्श इंटर कॉलेज के सहायक अध्यापक डॉ. प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर आदर्श इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राम अवध भास्कर ने शिक्षक के कर्तव्य और उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। इस मौके पर दीपक भंडारी ने श्रीमती पुष्पा लिंगवाल को एक आदर्श शिक्षिका बताते हुए प्रधानाचार्य के रूप में उनके कार्यों की सराहना की।

जगमोहन डांगी