IAS Pradeep Singh Kharola New NTA DG : वरिष्ठ IAS अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति के साथ ही वर्तमान महानिदेशक सुबोध कुमार को उनके पद से हटा दिया गया है। मूलरूप से उत्तराखंड के रहने वाले प्रदीप सिंह खरोला 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के IAS अधिकारी हैं। इससे पहले विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। खरोला ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव के रूप में भी कार्य किया है और अपनी कार्यक्षमता व नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इन दिनों विवादों के घेरे में हैं। एनटीए की पारदर्शिता पर इन दिनों खूब सवाल उठने लगे हैं। हाल के NEET पेपर लीक और UGC-NET की परीक्षाओं के पेपर लीक मामले को लेकर NTA पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। अब सरकार ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है। पेपर लीक को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल खड़े कर रहा था, साथ ही देशभर में छात्रों द्वारा प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
यूजीसी नेट परीक्षा के रद्द होने के बाद और नीट परीक्षा में धांधली की खबर सामने आने के बाद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में सुधार की संभावना है और एनटीए के जो भी अधिकारी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे किसी भी पद पर वे क्यों तैनात नहीं है। इस बीच अब सुबोध कुमार सिंह को एनटीए के महानिदेशक पद से हटा दिया गया है और आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
कौन हैं रिटायर्ड IAS अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला
उत्तराखंड के मूल निवासी प्रदीप सिंह खरोला ने इंदौर विश्वविद्यालय से 1982 में मैकेनिकल की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी दिल्ली से 1984 में इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। यहां वह टॉपर रहे। वह फिलीपींस के मनीला स्थित एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से डेवलपमेंट मैनेजमेंट में मास्टर्स कर चुके हैं। प्रदीप सिंह खरोला सार्वजनिक परिवहन कंपनियों को घाटे से निकाल कर लाभ देने वाली कंपनी बनाने के विशेषज्ञ हैं। वह बेंगलुरू की सिटी बस सेवा बेंगलुरू मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कापोर्रेशन घाटे से उबारकर वर्ष 2000 में फायदे में ले आए थे। बेंगलुरू में मेट्रो सेवा की शुरूआत में भी उनका अहम योगदान रहा है।
इससे पहले वह सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह इसके एयर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक थे। इससे पहले वह बेंगलुरु मेट्रो रेल निगम के प्रबंध निदेशक रहे हैं। एयर इंडिया में शीर्ष पद पर उन्हें ऐसे समय लाया गया था जब सरकार राष्ट्रीय विमानन कंपनी के रणनीतिक विनिवेश के तौर तरीकों को अंतिम रूप दे रही थी।
खरोला 2012-13 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहे। उन्होंने कर्नाटक में अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कापोर्रेशन (केयूआईडीएफसी) का नेतृत्व भी किया है। यह कापोर्रेशन शहरों में आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से धन जुटाता है।
प्रदीप सिंह खरोला नेशनल एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म कमीशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी भी रहे हैं। अपने लंबे करियर में प्रदीप खरोला के नाम शहरी शासन, शहरी सार्वजनिक परिवहन और नीति निर्माण का अनुभव दर्ज है। 2012 में उन्हें ई-गवर्नेस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। इसके अलावा, वर्ष 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार भी प्रदान किया गया। अपने करियर में उन्होंने औद्योगिक विकास, पर्यटन प्रबंधन, सार्वजनिक परिवहन प्रणाली, शासन सुधार, कर प्रशासन आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है और प्रशासन में सुधार लाने के लिए जाने जाते हैं। कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में उनके शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं।