Primary teachers organization

पौड़ी गढ़वाल : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सोमवार को उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन विकासखंड खिर्सू, पौड़ी गढ़वाल के शिक्षकों द्वारा दीप जलाकर संघर्ष को तेज किया गया. शिक्षक संगठन (खिर्सू) के संरक्षक धीरेंद्र घिल्डियाल द्वारा सीधे-सीधे केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों को आग्रह किया गया कि यदि शीघ्र ही नई पेंशन योजना समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं की जाती है तो इसके लिए एक कुर्बानी नहीं बल्कि हजारों कुर्बानी दी जाएंगी.  वहीँ संगठन की अध्यक्षा श्रीमती रेखा नेगी, संयुक्त मंत्री संजय कठैत एवं कोषाध्यक्ष आनंद पंवार ने संयुक्त रूप से कहा कि शिक्षकों के हितों की अनदेखी करना सरकारों के लिए नुकसानदायक होगा, क्योंकि जब 2005 के बाद के सभी शिक्षक देशभर में सेवानिवृत्त होंगे तो उनकी पेंशन इतनी कम होगी कि वे निराश ही होंगे. उन्होंने सरकारों को चेतवानी देते हुए कहा कि देश के कर्मचारी व शिक्षक किसी भी सरकार को उठा सकते हैं और अपने कर्तव्यों का हनन होने पर शीघ्र ही धराशाई भी कर सकते हैं. इसलिए सरकारों में बैठे लोगों को यह अवश्य सोचना पड़ेगा कि सरकारें आती-जाती हैं लेकिन अगर कर्मचारियों का हनन इसी प्रकार होता रहेगा तो सरकारों को राज्य ही नहीं अपितु देश की स्थिति संभालना भी मुश्किल हो जाएगा. संगठन के संरक्षक धीरेंद्र घिल्डियाल ने कड़े शब्दों मैं अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि कई उदाहरण हैं जो एनपीएस पेंशन योजना के तहत सेवानिवृत्त हुए हैं उन लोगों की पेंशन मात्र 2 हजार रुपये बनी है. उन्होंने पूरे संगठन को विश्वास में लेकर सरकार से मांग की है कि सरकारी व्यवस्था के सभी कार्य शिक्षक एवं कर्मचारी करते आए हैं. यदि उन्हीं लोगों के साथ ऐसी अपमानित नीति जारी रही तो शीघ्र ही समूचे देश में आंदोलन की राह तैयार होने लगेगी. इसलिए अतिशीघ्र सरकार को पुरानी पेंशन योजना लागू करनी चाहिए. जिससे एक कर्मचारी सेवानिवृत्त के बाद अपने व अपने परिवार का जीवन यापन सम्मानजनक स्थिति में कर सके.