राष्ट्रीय शिक्षा नीति

श्रीनगर गढ़वाल: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव, पौड़ी गढ़वाल तथा एससीईआरटी के संयुक्त तत्वाधान में आज एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की आध्यक्षता NCERT नई दिल्ली की निदेशक प्रोफ़ेसर दिनेश प्रसाद सकलानी ने की।

बैठक में SCERT उत्तराखंड के निदेशक डॉ राकेश कुंवर, अपर निदेशक डॉ आर डी शर्मा, संयुक्त निदेशक प्रदीप रावत, उपनिदेशक शैलेंद्र अमोली, सहायक निदेशक चंद, सीनियर प्रोफेशनल मोहन बिष्ट तथा प्रवक्ता मोनिका के साथ समस्त डाइट परिवार उपस्थित रहा।

कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए एससीईआरटी के निदेशक डॉ कुंवर ने कहा कि उत्तराखंड में इस शिक्षा नीति के संदर्भ में बहुत कुछ ग्रास रूट तक चर्चा पर चर्चा की गई है । राज्य में विगत 6 माह से जो भी कार्य किए गए उसका प्रस्तुतीकरण शैलेंद्र अमोली के द्वारा दिया गया । साथ ही डाइट के द्वारा विगत 2 वर्षों में जो भी उच्च स्तर पर शिक्षण एवं प्रशिक्षण के साथ-साथ छात्रों के मध्य जो गतिविधियां आयोजित की गई उसका प्रस्तुतीकरण डायट प्रवक्ता डॉक्टर नारायण प्रसाद उनियाल के द्वारा प्रस्तुत किया गया।

डाइट प्राचार्य श्री एल एम दानू ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए, इस डाइट को परिचर्चा के लिए चयनित करने के लिए धन्यवाद दिया तथा डाइट के भावी कार्यक्रमों की योजना प्रस्तुत की। अपर निदेशक आर डी आर डी शर्मा ने कहा कि हमारे लिए बड़े गर्व की बात है की वर्तमान में एनसीईआरटी के निदेशक उत्तराखंड से हैं और वे यहां की भोगोलिक व शैक्षिक परिस्थिति से भलीभांति विदित है। शिक्षा नीति में हिमालय क्षेत्र के लिए जो भी नीति बनेगी वह अंतिम पायदान में बैठे हुए शिक्षार्थी तक पहुंचेगी। एससीईआरटी के निदेशक डॉ राकेश कुंवर ने राज्य की विद्यालयी शिक्षा में अकादमिक एवं प्रशासनिक समस्याओं तथा उपलब्धियों को सदन में रख NCERT के निदेशक डॉक्टर सकलानी ने उच्च स्तर पर समाधान हेतु प्रयास करने का आश्वासन दिया ।

उन्होंने इस बात जोर दिया कि हम सबको मिलकर अपने गांव के विद्यालय व शिक्षक और गांव के शिक्षार्थी के विषय में सोचना होगा । उन्होंने पलायन के दर्द पर अपने विचार साझा किए, उन्होंने कहा कि आज सुविधाएं बढ़ रही फिर भी उत्तराखंड में ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन बढ़ रहा है । हमें रोजगार परक शिक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है जो स्वावलंबन के साथ-साथ हमारे नैतिक मूल्य तथा राष्ट्रीय मूल्यों को बढ़ावा दे सके । इसके लिए समन्वित प्रयास करने की आवश्यकता पर उन्होंने जोर दिया, उन्होंने सभी अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे शिक्षा व्यवस्था के साथ-साथ अपने गांव के उस विद्यालय की जिम्मेदारी भी उठाएं जिससे उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त ।

अंत में डाइट के प्राचार्य के द्वारा समस्त अतिथियों का धन्यवाद अर्पित करते हुए भविष्य में भी जनपद पौड़ी के शैक्षिक उन्नयन हेतु मार्गदर्शन की अपेक्षा व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन डायट प्रवक्ता शिवानी रावत तथा विमल प्रकाश महंगाई के द्वारा किया गया । इस बैठक में डॉ महावीर सिंह कलेठा, डॉ अरविंद, डॉ शिवकुमार भारद्वाज, डॉक्टर जगमोहन सिंह पुंडीर, जगमोहन सिंह कठैत, विजय प्रसाद सेमवाल, नीलिमा शर्मा, संगीता डोभाल, रेनू, अंजना मैठानी, शालिनी भट्ट, विमल किशोर किमोठी सहित समस्त परिवार डाइट परिवार उपस्थित रहा।