Teacher akhilesh chamola

शिक्षकोँ के सन्दर्भ में आम जनमानस की तरह तरह की धारणायेँ देखने को मिलती है। लेकिन इस सत्यता को नकारा नहीं जा सकता है कि शिक्षक अपने समर्पण, त्याग और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। इस सन्दर्भ में राइका सुमाड़ी, विकासखन्ड खिर्सू, जनपद पौडी गढवाल में हिन्दी अध्यापक के पद पर कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला का नाम भी बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। निरन्तर कई वर्षोँ से अपने विषय का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट देने के साथ ही भावी पीढी के सफल मार्गदर्शन के लिए कई तरह की कार्य योजनाएं भी सम्पादित करते रहते हैं। अभी उनके द्वारा अपने निजी व्यय पर उत्कृष्ट अँक प्राप्त करने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव, शैक्षिक नवाचार एवं क्रियात्मक शोध की 1000 प्रतियाँ प्रकाशित की गई, पुस्तक प्रकाशित होने पर शिक्षक चमोला द्वारा स्वयं विद्यालयोँ से सम्पर्क करके छात्र-छात्राओं को पुस्तक की प्रतियां निशुल्क वितरित की जा रही है। भावी पीढी के सन्दर्भ में शिक्षक चमोला के अतुलनीय योगदान की आम जन समुदाय में भूरि भूरि प्रशंसा की जा रही है। अभी तक शिक्षक चमोला 700 से भी अधिक पुस्तकें छात्रों को निशुल्क वितरित कर चुके हैं। इसके साथ ही ग्रामीण आन्चलिक में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने हेतु 22 वर्षोँ से अपने निजी खर्चे पर सम्मानित करने का भी अनुकरणीय कार्य कर रहेँ हैं। शिक्षक चमोला के इस तरह की उत्कृष्ट मुहिम की जानकारी मिलने पर उनसे सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि मेरे माता जी व पिताजी दोनों ही अध्यापक रहे, उनसे हमेशा अपने कर्तव्य का निर्वहन तथा भावी पीढी को आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिलती रही। उनके इस तरह के समर्पण तथा निष्ठा पर इन्हें मुख्यमंत्री सम्मान, शिक्षा श्री सम्मान, आदर्श उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, राज्यपाल पुरस्कार 2017, इन्टरनेशनल एजुकेशन अवार्ड 2020 तथा अनेको सम्मानोपाधियोँ से भी नवाजा गया है। शिक्षक चमोला नशा उन्मूलन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। वे अब तक करीब 5000 से अधिक युवाओ को जीवन में कभी नशा न करने की प्रतिज्ञा दिलवा चुके हैँ।