Dadasaheb Phalke Award to Asha Parekh: हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख को इस वर्ष दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। केंद्र सरकार ने मंगलवार को 79 साल की अभिनेत्री आशा पारेख को 2022 का दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड देने का एलान किया। 30 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विज्ञान भवन यह पुरस्कार प्रदान करेंगी। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए आशा को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। फिल्म इंडस्ट्री में कलाकारों के काम को सम्मानित करने के लिए हर साल दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड्स दिया जाता है।
आशा पारेख 95 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी हैं। आशा अभिनेत्री के साथ-साथ प्रोड्यूसर और डायरेक्टर भी रह चुकी हैं। उन्हें 1992 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्हें कई अवॉर्ड मिले। जैसे 1963 में अखंड सौभाग्यवती के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का गुजरात राज्य पुरस्कार। 1971 में फिल्म कटी पतंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार दिया गया था। आखिरी बार ये अवॉर्ड 2019 में हुआ था, जिसमें साउथ सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
बता दें कि 2 अक्टूबर 1942 को आशा का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। गुजराती परिवार में जन्मी आशा वर्तमान में डांस एकेडमी ‘कारा भवन’ चला रही हैं। इसके अलावा, सांता क्रूज, मुंबई में उनका हॉस्पिटल ‘बीसीजे हॉस्पिटल एंड आशा पारेख रिसर्च सेंटर’ भी चल रहा है। जब प्यार किसी से होता है’ (1961), ‘फिर वही दिल लाया हूं’ (1963), ‘तीसरी मंजिल’ (1966), ‘बहारों के सपने’ (1967), ‘प्यार का मौसम’ (1969) और ‘कारवां’ (1971) आशा पारेख की सुपरहिट फिल्में रही हैं।
उन्हें देव आनंद, शम्मी कपूर और राजेश खन्ना सहित दिग्गज अभिनेताओं के साथ ऑन-स्क्रीन जोड़ी के लिए याद किया जाता है। फिल्म कालिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद, उन्होंने टीवी निर्देशक बनने के लिए फिल्मों में अभिनय छोड़ दिया और यहां तक कि आकृति नामक अपनी खुद की प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की।