पौड़ी: वनाग्नि रोकथाम और वन संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग पौड़ी द्वारा अदवाणी क्षेत्र में 25 मार्च 2025 (मंगलवार) को आडा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

डीएफओ गढ़वाल स्वप्निल अनिरूद्व ने बताया कि अदवाणी वन क्षेत्र एक आरक्षित वन खंड है, जिसका भौगोलिक विस्तार 1805 हेक्टेयर में फैला हुआ है। यह क्षेत्र मुख्य रूप से बांज, बुरांश, काफल और चीड़ जैसी महत्वपूर्ण पादप प्रजातियों से आच्छादित है। बताया कि वनाग्नि की घटनाओं को देखते हुए इस क्षेत्र में जनसहभागिता के माध्यम से प्रभावी रोकथाम और प्रबंधन की आवश्यकता है।

बताया कि पिछले पांच वर्षों में आरक्षित वन क्षेत्र में कुल 32 और सिविल व पंचायत वनों में कुल 654 वनाग्नि की घटनाएं दर्ज की गई हैं। इस आरक्षित वन क्षेत्र की सीमा से 30 वन पंचायतें जुड़ी हुई हैं, इसलिए स्थानीय समुदाय की सहभागिता वनों को आग से बचाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। डीएफओ ने बताया कि वनाग्नि रोकथाम में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए रणीगढ़-अदवाणी वनबंधु समिति का गठन पूर्व में किया गया है और उसी दिन वनाग्नि रोकथाम अभियान के 350 स्थानीय नागरिकों को वनाग्नि रोकथाम की शपथ भी दिलाई गई।

इस पहल का मुख्य उद्देश्य जनसहभागिता के माध्यम से वनाग्नि की घटनाओं में कमी लाना और प्रभावी वनाग्नि प्रबंधन को बढ़ावा देना है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील कि है कि वे वन संरक्षण और वनाग्नि रोकथाम में सक्रिय भूमिका निभाएं।