पौड़ी: पौड़ी के घुसगलीखाल में आयोजित मकरैंण मेले में शनिवार को ढोल-सागर की थाप से पूरा मंजर भक्ति में डूबा हुवा रहा। सुबह से ही मां दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना को लेकर दूर-दूर से आये श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सभी ने पूजा की तथा अपने परिवार के लिए सुख शांति हेतु मन्नत मांगी।

जिला मुख्यालय से करीब चौबीस किमी की दूरी पर भगवान श्री डांडानागराजा पर्वत  श्रृंखला  पर स्थित घुसगलीखाल में विगत कई वर्षों से मेला आज भी गतिमान है। सन 1966 से मां दुर्गा मंदिर मकरैंण मेला समिति की ओर से यह धार्मिक आयोजन किया जाता आ रहा है। इस बार भी 14 जनवरी से यहां मकरैंण मेले के तहत विभिन्न खेल सांस्कृतिक व बौद्धिक आयोजन शुरु किए गए। बीते शनिवार को मंदिर में मंत्रोचारण के बीच पूजा-अर्चना शुरू हुई जिसमें सौकड़ों की संख्या में श्रद्धालुगण शामिल हुए।

मकरैंण मेले का आयोजन मुख्य अथिति के रूप में पहुंचे पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी व गांव के ग्रामीण महिला मंगल दल की अध्यक्षता मे किया गया। मंदिर समिति के सलाहकार अनुसूया प्रसाद सुंद्रियाल ने कहा कि मकरैंण मेला क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। युवाओं को इस विरासत को संवारने के लिए आगे आना होगा सुंद्रियाल ने कहा कि ढोल सागर उत्तराखंड की लोक सांस्कृतिक विरासत है, जो वर्तमान दौर में विलुप्ति की कगार पर है। ढोल सागर को बचाने में सभी को सामूहिक प्रयास की जरूरत है। ढोल सागर की प्रस्तुति देते मेले में रोशन दास, प्रकाश चंद्र, मोहनदास  सोहनसिह श्याम लाल, विनोद दास रहे।

शनिवार को मेले में ढोल सागर की थाप आकर्षण का केंद्र रही। मंदिर प्रांगण में ढोल-सागर की थाप पर श्रद्धालु दिन भर झूमते रहे। इसके अलावा महिला मंगल दल से पौड़ी गांव, कान्डेई मल्ली, दिउसा 2, ननकोट, धनाऊ मल्ला, धनाऊ तल्ला, बणगांव मल्ला व खोन गांव, की महिला मंगल दल द्वारा प्रस्तुत कीर्तन भजन के साथ ही लोक गीत, लोकनृत्य, थड़िया, चौफुला नृत्य को भी श्रद्धालुओं ने खूब सराहा।

इसके अलावा महिलाओं की रस्साकशी प्रतियोगिता भी मेले का आकर्षण रही। जहाँ ननकोट की महिलाओं द्वारा कान्डेई मल्ली की महिलाओं को हराकर खिताब अपने नाम किया। वहीँ पुरूष वर्ग मे खपरोली और धनाऊ के बीच रस्साकशी का मैच खेला गया। जहाँ खपरोली ने धनाऊ को हराकर का खिताब अपने नाम किया।

धार्मिक आयोजन के दौरान बाहर से आए अतिथियों के लिए मेला समिति की ओर से मंदिर प्रांगण में बने गेस्ट हाउस मे भोजन की व्यवस्था की गई। इस मौके पर मकरैंण मेला समिति के सलाहकार अनुसूया प्रसाद सुंद्रियाल, अध्यक्ष नेत्र सिंह बिष्ट, सचिव कमल रावत, कोषाध्यक्ष सुदामा रावत, खेल समिति के अध्यक्ष विलेश्वर पटवाल, संयोजक कैलाश सुंन्दिरियाल आदि शामिल थे।

मकरैंण मेला घुसगली खाल से जगमोहन डांगी की रिपोर्ट