श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर में मंगलवार को अकादमिक काउंसिल (एसी) की बैठक के दौरान भारी हंगामा हो गया। बैठक में छात्रसंघ अध्यक्ष और महासचिव को शामिल न किए जाने के विरोध में छात्रों ने कुलपति सचिवालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और बैठक रद्द करने की मांग की।
इस दौरान छात्रों और शिक्षकों के बीच तीखी झड़प हुई और माहौल तनावपूर्ण बन गया। स्थिति तब बिगड़ गई जब कुछ छात्र पेट्रोल की बोतल लेकर मौके पर पहुंचे और खुद पर छिड़कने की कोशिश करने लगे। बताया जा रहा है कि छात्रों से पेट्रोल की बोतल हैप्रेक संस्थान के निदेशक डॉ. वी.के. पुरोहित ने छीनने की कोशिश की, इसी दौरान पेट्रोल आसपास गिर गया और किसी ने आग लगा दी। गनीमत रही कि आग तुरंत बुझा दी गई और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, हालांकि एक छात्र नेता के पांव तक आग की लपटें पहुंचीं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल वाहन मौके पर पहुंच गए। पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, जिसके बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुलपति सचिवालय में चल रही एसी बैठक में कुलपति, कुलसचिव, डीएसडब्ल्यू, संकाय सदस्य और अन्य अधिकारी मौजूद थे। जैसे ही छात्रों को बैठक की सूचना मिली, वे सचिवालय के बाहर पहुंचकर अध्यक्ष और महासचिव को बतौर आमंत्रित सदस्य शामिल करने की मांग करने लगे। जब मांग नहीं मानी गई, तो छात्र गेट तोड़ने की कोशिश करने लगे और कुलपति के निकल जाने पर अधिकारियों को सचिवालय परिसर में ही रोक लिया। आखिरकार उपजिलाधिकारी नूपुर वर्मा मौके पर पहुंचीं और छात्रों को वार्ता के लिए तैयार किया।
बाद में कुलसचिव प्रो. आर.के. ड्योढी ने छात्रों को बैठक का एजेंडा सौंपा। छात्रसंघ अध्यक्ष महिपाल बिष्ट ने कहा कि परंपरागत रूप से छात्रसंघ अध्यक्ष और महासचिव अकादमिक काउंसिल के आमंत्रित सदस्य रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें बाहर रखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना छात्र प्रतिनिधियों की भागीदारी के बैठक आयोजित कर विवि प्रशासन अपने हित साधना चाहता है। महासचिव अनुरोध पुरोहित ने कहा कि यह पहला मौका है जब छात्रों को बैठक से दूर रखा गया है। उन्होंने बैठक के मिनिट्स और एजेंडा सार्वजनिक करने की मांग की। छात्रों ने एजेंडे में सीयूईटी प्रणाली समाप्त करने के मुद्दे समेत कई छात्र हित विषयों को शामिल न किए जाने पर नाराजगी जताई और मंगलवार की बैठक को निरस्त कर पुनः बैठक आयोजित करने की मांग रखी। इस दौरान छात्रसंघ उपाध्यक्ष शिवांक नौटियाल, कोषाध्यक्ष आयुष वेदवाल, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अनमोल जयाड़ा, पूर्व अध्यक्ष जसवंत राणा, गौरव मोहन नेगी, देवकांत देवराड़ी, राम प्रकाश समेत अनेक छात्र उपस्थित रहे।


