पौड़ी: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के तहत परीक्षा के तनाव से मुक्ति के लिए पौड़ी में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चों को तनाव से मुक्त रखने की जानकारियां दी गईं।

शिक्षा विभाग पौड़ी एवं समग्र शिक्षा अभियान के सौजन्य से संचालित कार्यक्रम का उदघाटन विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी एवं पालिका अध्यक्ष हिमानी नेगी द्वारा किया गया। कार्यशाला में डाइट चड़ीगांव के डा. शिवप्रसाद भारद्वाज, डा.जगमोहन सिंह, भारतभूषण परमार ने अभिभावकों व शिक्षकों को बच्चों को तनाव से मुक्त रखने की विस्तार से जानकारियां दीं।

मुख्य अतिथि विधायक राजकुमार पोरी ने कहा कि बच्चा हमेशा परिवार से सीखता है और यदि परिवार में उसका सही पालन पोषण हो और उसके साथ मित्रता के साथ रहा जाए तो वह जीवन में सफल होता है। नगर पालिका अध्यक्ष हिमानी नेगी ने कहा कि स्कूल में सैकड़ों बच्चे एक अध्यापक के पास होते हैं जबकि अभिवावक एक या दो बच्चों को ही देखता है इसलिए अभिभावक की ज्यादा जिम्मेदारी है कि वह बच्चों के अंदर तनाव न आने दे।

मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी नागेंद्र बर्त्वाल ने कार्यशाला का महत्व बताते हुए कहा कि हमें वर्ष भर बच्चों को इस माहौल में रखना चाहिए कि उन्हें परीक्षा के समय तनाव न हो। डीईओ माध्यमिक शिक्षा पौड़ी रणजीत सिंह नेगी ने कहा कि आज का बच्चा ही कल का भविष्य है। बच्चों को तनाव मुक्त रखना हम सभी के सामाजिक जिम्मेदारी है इसके लिए अध्यापक के साथ विभाग को भी जिम्मेदारी लेनी होगी। कार्यक्रम में रा शि संघ पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष जयदीप रावत एवं पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष भवान सिंह नेगी ने भी प्रतिभाग किया।

कार्यशाला में किस प्रकार से बच्चों को तनाव से मुक्त रखा जाए। इस विषय पर NCPCR दिल्ली द्वारा निर्मित पीपीटी का संचालन डाइट पौड़ी चड़ीगांव के डॉ० शिवप्रसाद भारद्वाज, डॉ० जगमोहन सिंह और भारत भूषण परमार ने किया और अभिवावकों एवं शिक्षकों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग दिल्ली की ओर से हिमांशु सागर, तन्नू सोलंकी, जिला क्रीड़ा समवयंक योगंबर सिंह नेगी, समग्र शिक्षा से गरिमा व्यास, रीना रावत, सोनाली, सुषमा, मनोज कुमार के अलावा लगभग 450 अध्यापक एवं अभिवावकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन जयदीप रावत और भवान सिंह नेगी ने किया।