Patwari suspended in Lansdowne audio leak case

पौड़ी : पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान ने लैंसडौंन तहसील के ऑडियो लीक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला पटवारी को निलंबित कर दिया है, जबकि कानूनगो का तबादला कर लैंसडौंन से धुमाकोट तहसील भेज दिया गया है। निलंबित पटवारी को तहसील मुख्यालय लैंसडौंन से अटैच करने के आदेश दिए गए है। साथ ही पूरे मामले की जांच अब पौड़ी के एसडीएम को सौंपी गई है।

बता दें कि बीते दिनों लैंसडौंन तहसील का एक आडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। ऑडियो में महिला पटवारी व्यापारी से हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने की एवज में पैंसों के लेन देन की बात सामने आई थी। बताया जा रहा है कि पटवारी ने हैसियत प्रमाणपत्र के लिए तीन हजार रुपये बतौर रिश्वत मांगे थे। आडियो के लीक होते ही डीएम ने मामले की जांच एसडीएम लैंसडौंन को देते हुए रिपोर्ट मांगी थी। इस मामले में एसडीएम लैंसडौंन ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। हालांकि रिपोर्ट में किसी तरह के लेन-देन की पुष्टि नहीं की गई है। इस ऑडियो में दो पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर भी अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल हुआ है। इसे कर्मचारी आचरण नियमावली के अनुकुल नहीं माना गया।

पौड़ी के जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने बताया कि ऑडियो लीक मामले में कौडिया-4 में तैनात पटवारी वन्दना टम्टा को निलंबित करते हुए तहसील मुख्यालय लैंसडौंन अटैच कर दिया गया है। जबकि कानूनगो रमेश चंद्र का भी प्रशासानिक आधार पर तबादला धुमाकोट कर दिया गया है। डीएम ने बताया कि जांच प्रभावित न हो इसके लिए यह कदम उठाया गया है। इस पूरे मामले की जांच अब एसडीएम पौड़ी आकाश जोशी को सौंपते हुए 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। डीएम ने कहा कि जांच रिपोर्ट के अनुसार ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।