पौड़ी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुशासन दिवस पर सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता व सुशासन पुरस्कार से सम्मानित किया। सुशासन दिवस के अवसर पर देहरादून, राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 5 जिलाधिकारियों डॉ. आशीष चौहान (पौड़ी), विनय शंकर पांडे (हरिद्वार), धीराज सिंह गब्र्याल (नैनीताल), मयूर दीक्षित (रुद्रप्रयाग) व हिमांशु खुराना (चमोली) को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार-2022 से सम्मानित किया गया।
डॉ. आशीष चौहान जनता के हित में निरंतर नए आइडिया इंप्लीमेंट करने के लिए जाने जाते हैं। वे स्थानीय कल्चर खान-पान, वेशभूषा, बोली भाषा, त्यौहार आदि को बढ़ावा देने में गहरी रूचि रखते हैं। विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों से फीडबैक लेकर धरातल की वस्तुस्थिति से अवगत होते हुए बेहतर प्लान बनाने में माहिर हैं।
डॉ. आशीष चौहान उत्तरकाशी में डीएम रहते हुए स्वच्छ भारत पुरस्कार 2019 से सम्मानित हुए थे। उत्तरकाशी जिलाधिकारी रहते हुए उनके कार्यों से प्रभावित होकर एक सपैनिक पर्वतारोही द्वारा उनके नाम से अपने देश की चोटी का नामकरण भी कराया था। जिलाधिकारी आशीष चौहान 2018 में आईएस में से बेस्ट डीएम के अवार्ड से भी नवाजे जा चुके हैं।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान द्वारा जनपद पौड़ी गढ़वाल का कार्यभार संभालते ही जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनते हैं और मौके पर ही उनका समुचित निराकरण करते हैं। उनके जनपद स्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों को सख्त निर्देश होते हैं कि विकासखंड व तहसील स्तर की समस्याओं का निराकरण स्थानीय स्तर पर ही करें जिससे उन्हें मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ें। जिलाधिकारी के कार्य करने का नजरिया दूरगामी व सार्वजनिक हित देखकर, कम खर्च में अधिक प्रगति तथा सतत एवं समावेशी विकास को दृष्टिगत रखते हुए कार्य करने में विश्वास रखते हैं। बता दें कि इससे पूर्व जब वे पिथौरागढ़ जनपद में तैनात थे, तब उनके Innovative Approach की चर्चा पूरे प्रदेश में की जाती रही। चौहान के द्वारा बेडू के उत्पादों के लिए महिला स्वयं सहायता समूह के साथ किए गए प्रयासों की स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा भी अपने मन की बात कार्यक्रम में सराहना की। उन्होंने पिथौरागढ़ में सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रमों को त्वरित गति से अंजाम तक पहुंचाया, साथ ही कृषि, बागवानी, पर्यटन और कृषि से जुड़े हुए क्रियाकलापों को त्वरित गति से धरातल पर कुशलता से क्रियान्वित करवाया। यह जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान के कार्यों का ही नतीजा था कि उनसे प्रभावित होकर एक स्पैनिश नागरिक और पर्वतारोही ने अपने देश की चोटी का नामकरण भी उनके नाम से करवाया।