पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड कल्जीखाल के थनुल ग्राम पंचायत के प्रधान कैप्टेन नरेन्द्र सिंह नेगी के आकस्मिक निधन पर उन्हें ग्राम पंचायत से लेकर जिला प्रधान संगठन के सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी. कैप्टेन नरेन्द्र सिंह नेगी का 24 अगस्त को निधन हो गया था. कैप्टेन नरेन्द्र सिंह नेगी ने सेना से सेवानिवृत्त होते ही कुछ वर्ष जल संस्थान मसूरी में अवर अभियंता पद रहकर अपने बेहतरीन सेवाएं देकर मसूरी में भी जनता में एक छाप छोड़ी, फिर 2019 में सेवानिर्वित होने के बाद ग्राम पंचायत थनुल में प्रधान के रूप में अपनी माटी व समूचे कल्जीखाल क्षेत्र को अपनी सेवाएं समर्पित कर रहे थे. लेकिन लगभग एक वर्ष से वे कैंसर से लड़ रहे थे. हालाँकि मई माह में बीमारी को हराकर दुबारा अपनी ग्राम पंचायत में लौट कर पूर्व की भांति ग्राम पंचायत में छूटे अधूरे कार्य पूर्ण करने लगे और क्षेत्र में समाजिक एवं धार्मिक कार्यों में प्रतिभाग करने लगे थे. लेकिन जुलाई में उन्हे फिर अचानक तकलीफ हो गई. वह रूटीन चेकअप करवाने दिल्ली चले गए थे. उनका फिर स्वास्थ्य परिक्षण में पता चला कि कैंसर फिर वापस आ गया. और कई दिन से अस्पताल में कैंसर से लड़ने के बाद 24 अगस्त को सुबह कैंसर से जंग हार गए.

कैप्टेन नेगी एक कर्मठ समाजिक जिंदादिल व्यक्ति थे. वह अपने परिवार से हमेशा दूर रहे. क्योंकि वह अपनी ग्राम पंचायत की जनता की सेवा और क्षेत्र का विकास करना चाहते थे. वह क्षेत्र के प्रसिद्ध सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव के भक्त थे. 2008 में ग्राम पंचायत डांगी से पृथक ग्राम पंचायत थनुल बनी. ग्राम पंचायत में उनकी महत्पूर्ण उपलब्धि नव निर्वित पंचायत भवन निर्माण है। स्वास्थ्य ठीक होने के उपरांत जिसका शीघ्र लोकार्पण किया जाना था. इसके अलावा उन्होंने अपनी ग्राम पंचायत के थनुल एवं किस्मोलिया में जंगली जानवरों से खेती की सुरक्षा के लिए कृषि विभाग से घेर बाड़ निर्माण करवाया. इसके आलावा कोविड के दौरान चौंड़ली और किसमोलिया के लोगो को वापस रिवर्स पलायन करवाया. जहां तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे भी गए थे. इसके अलावा उनके मन मास्तिक में ग्राम पंचायत के लिए बहुत से योजनाओं के लिए प्लान चल रहे थे.

कल शुक्रवार को उनकी आत्मा शांति के लिए ग्राम पंचायत थनुल उप प्रधान विजय लक्ष्मी देवी की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजन किया गया. सभी ग्रामवासियों ने उनके किए गए समाज के लिए योगदान अपने अपने विचार व्यक्त किए. उपस्थित ग्रामवासियों ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस अवसर पर पूर्व बीड़ीसी सदस्य सज्जन सिंह नेगी, पूर्व प्रधान बीरेंद्र दास, पूर्व प्रधान उमा देवी, क्षेत्र के समाजिक कार्यकर्ता एवं थानेश्वर महादेव मंदिर समिति अध्यक्ष जगमोहन डांगी, मंगल दल अध्यक्ष बसंती देवी, मंगल सिंह लिंगवाल, शीला देवी,  पौड़ी के प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष कमल रावत ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

पौड़ी के प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष कमल रावत ने अपने शोक संदेश में बताया कि नेगी पहले देश की सेवा से सेवानिवृत्ति होकर अपने ग्राम पंचायत को संवारने का भागीरथ प्रयास कर रहे थे. उनके विचार एवं सकारत्मक सोच के चलते गांव व समाज की दिशा व दशा बदल दी थी. वह हमारे संगठन में संरक्षक की भूमिका में हमारे मार्ग दर्शक करते रहते थे। उनकी कमी समाज को हमेशा खलती रहेगी. जिला पंचायत सदस्य संजय डबराल ने कहा कि कैप्टेन नेगी बहुत खुश मिजाज साफ सुथरी छवि वाले जनप्रतिनिधि थे. उन्होंने बताया कि उनके साथ गत चार वर्षो से समाजिक एवं धार्मिक कार्यों में एक साथ मंच सजा किया. उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती थी. वह हम सबके बीच अपनी एक छाप छोड़ गए. उनके जाने से हमने एक क्षेत्र के लिए समर्पित कार्यकर्ता खो दिया. जिसकी भरपाई करना संभव नहीं है. पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी ने भी उनके निधन पर अपनी शोक संवेदना व्यक्ति की

रिपोर्ट जगमोहन डांगी