Greater Noida Authority
  • ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कंपनियों से मांगे आवेदन
  • बिड अपलोड करने की अंतिम तिथि 22 नवंबर तय, प्री बिड 27 को

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों व गांवों की अंदरूनी सड़कों को चमकाने की पहल प्राधिकरण ने की है। सभी सेक्टरों व गांवों के एक-एक गलियों को साफ-सुथरा बनाने के लिए प्राधिकरण ने इच्छुक कंपनियों से आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) मांगे हैं। इस काम में 150 करोड़ रुपए से अधिक के खर्च का आकलन है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत 50 से अधिक सेक्टर विकसित हो चुके हैं और 124 गांव आते हैं। 30 मीटर और उससे अधिक चौड़ी सड़कों की सफाई मैकेनिकल स्वीपिंग से और 30 मीटर से कम चौड़ी सड़कों की मैनुअल सफाई होती है। प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण की कोशिशों से पहली बार सेक्टरों व गांव के हर रास्ते को साफ सुथरा बनाने का विस्तृत प्लान तैयार किया गया। सभी सेक्टरों व गांवों की आंतरिक सड़कों की सफाई के लिए ग्रेटर नोएडा को 4 जोन में बांटा गया है। मैनुअल स्वीपिंग में लगे कर्मचारियों की ऑनलाइन अटेंडेंस लगेगी। सभी वाहन जीपीएस से लैस होंगे, जिससे उनकी लोकेशन का पता चल सकेगा। प्राधिकरण वाहनों की लोकेशन व अन्य डिटेल अपने पोर्टल पर भी अपलोड करेगा। सभी सफाई कर्मियों को ईएसआई और पीएफ की सुविधा होगी। सफाई कर्मियों को वर्दी और जूते भी दिए जाएंगे। इसके अलावा वह दो सरकारी योजनाओं के भी लाभार्थी होंगे। ग्रेटर नोएडा में पहली बार यह अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं। मैनुअल स्वीपिंग के  काम के लिए कंपनी चार साल के लिए चयनित की जाएगी। प्राधिकरण ने इस पर करीब 150 करोड़ रुपए खर्च होने का आकलन लगाया है। सीईओ के निर्देश पर प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग ने कंपनियों से रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल मांगा है।  www.greaternoidaauthority.in और https:/etender.up.nic.in पर जाकर 22 नवंबर तक डॉक्यूमेंट अपलोड किया सकते हैं। 27 नवंबर को प्री-क्वालीफिकेशन बिड खुलेगी। उसके बाद फाइनेंशियल खुलेगी, जिसमें चयनित कंपनी सभी गांव और सेक्टर की सड़कों को स्वच्छ बनाने का काम करेगी। प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने सेक्टरों व गांवों की अंदरूनी सड़कों की मैनुअल स्वीपिंग के लिए कंपनी का चयन प्रक्रिया शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए हैं।

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