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ग्रेटर नोएडा: मंगलवार को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ रूपये के जमीन घोटाले में पांचवें आरोपी संजीव कुमार को गिरफ्तार किया है। आरोपी प्राधिकरण में तैनात रहे एक अधिकारी का रिश्तेदार है। आरोपी संजीव कुमार दत्ता इंफ्रॉट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, एएनजी व हिमालय सहित तीन कम्पनियों में डायरेक्टर था। साथ ही जमीन में 70 लाख रूपये निवेश किए थे, जिसकी एवज में प्राधिकरण से मोटा मुआवजा लिया गया था। पुलिस ने आरोपी को मेरठ की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

उल्लेखनीय है कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में जमीन की खरीद फरोख्त में हुए 126 करोड़ रूपये के घोटाले में बीते तीन जून को प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व रिटार्यड आइएएस अधिकारी पीसी गुप्ता समेत 21 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जांच में छह फर्जी कम्पनियों समेत कई अन्य लोगों के नाम सामने आए। पुलिस ने सबसे पहले मुख्य आरोपी पीसी गुप्ता को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पिछले एक सप्ताह के दौरान तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जांच में आरोपी पाए गए संजीव कुमार पुत्र गजेंद्र सिंह निवासी धमेड़ा जिला बुलंदशहर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।

जांच में आरोपी संजीव कुमार दत्ता इंफ्रॉट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, एएनजी व हिमालय सहित तीन कम्पनियों में डायरेक्टर था। यही नहीं इसके नाम पर 7-8 रजिस्ट्री कराई गई थी। पेशे से अधिवक्ता  संजीव कुमार ने जमीन की खरीद फरोख्त में 70 लाख रूपये निवेश किए थे। इसके एवज में प्राधिकरण से मोटा मुआवजा उठाया था। आरोपी संजीव कुमार प्राधिकरण में तैनात रहे ओएसडी वीपी सिंह का रिश्तेदार बताया जा रहा है। वीपी सिंह की मदद से ही आरोपी ने घोटाले की रकम में बंदरबांट किया था। सीओ ग्रेटर नोएडा प्रथम निशांक शर्मा ने बताया कि जमीन घोटाले में अब तक कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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