मथुरा वृंदावन

परियोजना की डीपीआर बनाने वाली कंपनी से फिजबिलिटी रिपोर्ट मांगी गई

ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित होने वाली राया हेरिटेज सिटी को मथुरा-वृंदावन से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। छह लेन का यह एक्सप्रेसवे 100 मीटर चौड़ा होगा। इस परियोजना की डीपीआर बनाने वाली कंपनी से फिजबिलिटी रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही डीपीआर में नेचुरोपैथी सेंटर, हॉट और स्थानीय कला को प्रदर्शित करने के लिए योजना बनाने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने इन बिन्दुओं को शामिल करते हुए जल्द रिपोर्ट को देने को कहा है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने सोमवार को प्राधिकरण में प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया।

उल्लेखनीय है कि यमुना प्राधिकरण एक्सप्रेसवे के किनारे राया में 9350 हेक्टेयर में हेरिटेज सिटी विकसित करने की तैयारी कर रहा है। हेरिटेज सिटी में 731 हेक्टेयर में पर्यटन जोन और 110 हेक्टेयर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा। इसे विकसित करने में करीब 7000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके लिए सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बना रही है। सोमवार को कंपनी के प्रतिनिधियों ने प्राधिकरण के अधिकारियों के सामने इसका प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया।

यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने कंपनी से कहा है कि बांके बिहारी मंदिर तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की फिजबिलिटी रिपोर्ट तैयार करें। राया से मथुरा-वृंदावन तक 100 मीटर चौड़ा छह लेन का एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। यह दूरी 16 किलोमीटर से अधिक है। इससे राया से दोनों शहरों की पहुंच आसान हो जाएगी। सीबीआरई कंपनी के प्रतिनिधियों ने सोमवार को दिए प्रेजेंटेशन में प्रोडक्ट मिक्स डेवलपमेंट मॉडल का प्रस्तुतीकरण दिया। कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि यहां पर थियोलॉजिकल विलेज, कल्चरल एरेना विकसित किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि डीपीआर में नेचुरोपैथी सेंटर, आयुव्रेद के सेंटर, योग केंद्र, वेलनेस सेंटर, म्यूजियम, कन्वेंशन सेंटर, थीम पर आधारित हेरीटेज सेंटर, चौकी धानी की तर्ज पर विकास, हॉट, अध्यात्मिक केंद्र, थीम पार्क, होटल आदि को भी शामिल किया जाए। स्थानीय कला को भी डीपीआर में स्थान दिया जाए। अधिकारियों ने कहा कि इन सभी चीजों को डीपीआर में सम्मिलित करते हुए जल्द डीपीआर प्रस्तुत की जाए।