ग्रेटर नोएडा: कासना स्थित राजकीय आयुर्वेदिक संस्थान के पास बनी झुग्गियों में बीते मंगलवार को आग लगने से बेघर हुए 54 परिवारों की मदद के लिए शहर की सामाजिक संस्थाओं में हाथ बढ़ाये हैं। सोमवार को करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ताओं ने संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय एवं संस्थापक सदस्य आलोक नागर के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर बेघर हुए 54 परिवारों की मदद के लिए सिटी मजिस्ट्रेट आनंद श्रीनेत को ज्ञापन सौंपकर आर्थिक एवं अन्य मदद देने की मांग की। संस्था के संस्थापक सदस्य आलोक नागर ने कहा कि ज्ञापन देकर सभी पीड़ित परिवारों को मूलभूत सुविधाएं एवं आर्थिक मदद देने की मांग पर तत्काल संज्ञान लेते हुए एसडीएम सदर प्रसून द्विवेदी ने आश्वासन दिया है कि आज शाम तक सभी पीड़ित परिवारों को आर्थिक रूप से मदद की जाएगी उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से इन परिवारों के लिए 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
इस दौरान चौधरी प्रवीण भारतीय, आलोक नागर, निशांत तिवारी, हबीब सैफी, बॉर्बी गुर्जर आदि लोग उपस्थित रहे,
एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्यों ने आग से प्रभावित लोगो का हाल जाना
शहर की सामाजिक संस्था एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्यों ने सोमवार को कासना में 54 झुग्गियों में लगी आग से बेघर हुए लोगो से मुलाकात कर उनकी जरूरतों के बारे में जाना। आग की वजह से उनका सारा सामान बर्बाद हो चुका है। और वापस अपने ज़िन्दगी को पटरी पर ला रहे है। आग से प्रभावित लोगो ने टीम से सर ढकने के लिए तिरपाल तथा खाने-पीने के सामन की जरुरत बताई। जिस पर संस्था के सदस्यों ने कल तक जरुरी सामान भिजवाने का आश्वासन दिया। टीम में सरदार मंजीत सिंह, हरेंद्र भाटी, मनोज गर्ग, ओम रायजादा, संजय सिंह, साधना सिन्हा, अंजू पुंडीर, पंकज सिंह, आलोक सिंह आदि उपस्थित रहे।
बता दें कि बीते 7 मई को कासना में राजकीय आयुर्वेदिक संस्थान के पास बनी झुग्गियों में आग लगने से 54 झुग्गियां जलकर खाक हो गईं। झुग्गियों में आग लगने की से वहाँ बंधी कई बकरियां भी जल गई थी। इस दुर्घटना में करीब 54 परिवार बेघर हो गए थे। अब इन परिवारों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट आ गया है। इन परिवारों में बुजुर्ग, महिलाएं एवं बच्चे सभी शामिल हैं। आग लगने के कारण घर में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया है। बच्चों एवं बड़ों को खाने के साथ-साथ कपड़े व अन्य मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन परिवारों में कई महिलाएं गर्भवती हैं। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं गर्भवती हैं उनको पोस्टिक आहार के साथ साथ स्वास्थ्य सेवाएं देना अति आवश्यक है। इस भीषण गर्मी में बिना छत के ये 54 परिवार अपना जीवन यापन कर रहे हैं।