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ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को अगले छह माह में प्राधिकरण के दूसरे दफ्तर के रूप में बड़ी सौगात मिलने वाली है। टेकजोन फोर में नए दफ्तर की नींव बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण व एसीईओ दीप चंद्र ने रखी। यह दफ्तर करीब छह माह में बन जाएगा। इसके निर्माण में करीब 2.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सीईओ खुद हफ्ते में दो दिन यहां बैठेंगे। बाकी अफसर नियमित तौर पर यहां बैठेंगे और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों की समस्याओं को हल करेंगे। फिलहाल प्राधिकरण का साइट ऑफिस ग्रेनो वेस्ट स्थित गौतमबुद्ध बालक इंटर कॉलेज में चल रहा है।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब 200 बिल्डर सोसाइटियां बन रही हैं। सेक्टर व गांव इससे अलग हैं। यहां तेजी से आबादी बढ़ रही है। आने वाले दिनों में यह आबादी और बढ़ेगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का दफ्तर नॉलेज पार्क फोर में बना है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट से प्राधिकरण के दफ्तर तक की दूरी करीब 25 किलोमीटर है। ग्रेनो वेस्ट के निवासियों  को इतनी दूरी तय करके प्राधिकरण दफ्तर आने में दिक्कत होती है। निवासियों  की जरूरत को देखते हुए सीईओ नरेंद्र भूषण ने नया दफ्तर बनवाने का निर्णय लिया। उन्होंने इसे बनाने के लिए तत्काल मंजूरी भी दे दी। परियोजना विभाग ने इसका टेंडर जारी कर कंपनी का नाम तय कर लिया है। बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने एसीईओ दीप चंद्र, ओएसडी सचिन कुमार सिंह, महाप्रबंधक प्रोजेक्ट एके अरोड़ा, महाप्रबंधक नियोजन मीना भार्गव, डीजीएम सीके त्रिपाठी, केआर वर्मा व सलिल यादव, ओएसडी एनके सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक कपिलदेव सिंह, एनके जैन, श्योदान सिंह व एके सक्सेना, प्रबंधक चेतराम व जितेंद्र यादव आदि अफसरों की मौजूदगी में इसकी नींव रखी।

इससे पहले सीईओ ने पूजा-पाठ कर नारियल भी फोड़े। टेकजोन-4 स्थित पानी की टंकी के परिसर में इस दफ्तर को बनाने में करीब सवा दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें सीईओ व एसीईओ का दफ्तर, मीटिंग व वेटिंग रूम, तीन केबिन, रिकॉर्ड रूम और ट्वॉयलेट ब्लॉक बनाए जाएंगे। यह साइट ऑफिस करीब 1100 वर्ग मीटर में बनेगा। सीईओ ने परियोजना विभाग को इसे छह माह में बनाने का लक्ष्य दिया है। इस मौके पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने कहा कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चार दफ्तर होंगे। ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के दफ्तरों के अलावा दो और दफ्तर ग्रेटर नोएडा विस्तार में बनेंगे। इससे सरकार जनता के द्वार की परिकल्पना भी साकार होगी। यानी जनता को सरकार के पास न आना पड़े, बल्कि सरकार जनता के पास पहुंचे। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इस दफ्तर से निवासियों की आकाक्षाएं पूरी हो सकेंगी। इस दफ्तर से न सिर्फ यहां की शिकायतें निपटाने में आसानी होगी, बल्कि ग्रेटर नोएडा के विकास कार्यों की रफ्तार और बढ़ जाएगी। निवासी किसी भी दिन अपनी शिकायत उन तक पहुंचा सकेंगे। इससे उनकी समस्या और कम समय में हल हों सकेंगी। सीईओ ने कहा कि ग्रेनो में हर तरह के निवेशकों का रुझान बढ़ा है। इसकी पुष्टि भी इस बात से हो जाती है कि इंडस्ट्री के 80 प्लॉटों के लिए 2000 आवेदन आए हैं। वाणिज्यिक भूखंड के ऑक्शन में 45 हजार रिजर्व प्राइस के एवज में 1.05 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर तक रेट आए। शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान नेफोवा, नेफोमा आदि संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।