ग्रेटर नोएडा : कोरोना संकट काल में लॉकडाउन के दौरान बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए निजी स्कूलों द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है। गर्मियों की छुट्टी का भारी भरकम होम वर्क भी ऑनलाइन भेज दिया है। इस बीच ऑनलाइन पढ़ाई का मासूम बच्चों पर बुरा असर पड़ने की शिकायतें मिलने पर महिला उन्नति संस्था ने ऑनलाइन पढ़ाई पर रोक लगाने की मांग की है। संस्था की ओर से इससे संबंधित पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा है। संस्था के संस्थापक डॉ. राहुल वर्मा ने बताया कि ऑनलाइन क्लास लेने के कारण 10 साल तक के बच्चों की आंखों पर असर पड़ रहा है। कई अभिभावकों ने फोन पर जानकारी दी है कि ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों की आंखों से पानी आने और दर्द की शिकायत हो रही है। पढ़ाई के नये स्वरूप से बच्चों में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है। जिन अभिभावकों के पास कम्प्यूटर या लैपटॉप नहीं है, उनके बच्चों को मोबाइल लेकर बैठना पड़ रहा है। कई घंटे तक मोबाइल से पढ़ाई करने पर आंख के साथ सिर में भी दर्द की शिकायत हो रही है। नौनिहालों पर पड़ रहे असर को देखते हुए मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में 10 साल तक के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई न कराए जाने का दिशा निर्देश दिया जाए। ऑनलाइन पढ़ाई का कोई विशेष फायदा नहीं हो रहा है। बच्चों के साथ- साथ अभिभावकों को भी दिक्कत हो रही है। बता दें कि लॉकडाउन के दौरान तीन माह की फीस माफ किए जाने की मांग को लेकर भी सोशल मीडिया पर मुहिम चल रही है।