नोएडा: रामनवमी के दिन आज भारतीय पर्वतीय महासभा कि दिल्ली एनसीआर इकाई द्वारा गौतमबुध नगर में निशुल्क स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम रखा गया। जिसमें गौतमबुध नगर की विभिन्न सोसाइटी के परिवारों ने चरक आयुष क्लीनिक के माध्यम से बड़ी संख्या में अपने बच्चों का निशुल्क स्वर्ण प्राशन कराया। स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम में करीब 100 से अधिक परिवारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा भारतीय पर्वतीय महासभा तथा चरक आयुष क्लीनिक के कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की।

उल्लेखनीय है कि स्वर्णप्राशन संस्कार से बच्चों की शारीरिक एवं मानसिक गति में अच्छा सुधार होता है। यह बहुत ही प्रभावशाली और इम्युनिटी बूस्टर होता है, जो बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता पैदा करता है। स्वर्ण प्राशन संस्कार से विभिन्न रोगों से लड़ने की क्षमता बच्चों पैदा होती है।

प्रसिद्ध चरक आयुष क्लीनिक एवं अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान नई दिल्ली की डॉक्टर श्रीमती स्वाति भंडारी का कहना है कि स्वर्ण प्राशन (Suvarnaprashan) संस्कार प्राचीन संस्कारो में से एक है। यह सनातन धर्म के 16 संस्कारों में से एक संस्कार है जो बच्चे के जन्म से लेकर 16 वर्ष की आयु तक कराया जाता है। स्वर्ण प्राशन संस्कार आयुर्वेद चिकित्सा की वह धरोहर है जो बच्चों में होने वाली मौसमी बीमरियों से रक्षा करता है। बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य में स्वर्णप्राशन की अच्छी भूमिका निभाता है। बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न भी उठ सकता है कि क्या इसके कोई दुष्प्रणाम भी हैं। बता दें कि इसके एक भी दुष्प्रणाम नहीं है। यह पूरी तरीके से नेचुरल है और यह पूरी तरह से सुरक्षित है।

स्वर्ण धातु सभी धातुओं में श्रेष्ठ धातु मानी जाती है। स्वर्ण धातु शरीर के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह बच्चों के विकास तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ाने में सबसे अच्छा योगदान देती है। इन सभी कारणों से ही हजारों वर्षों के बाद भी आज स्वर्ण प्राशन का महत्व बना हुआ है। आयुर्वेद के महान ऋषियों का मत था कि कैसे भी मानव शरीर में स्वर्ण (गोल्ड) की आवश्यकता अनिवार्य है। स्वर्ण प्राशन संस्कार से बच्चे के मानसिक और बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। इसके द्वारा बालक के शरीर, मन, बुद्धि और वाणी का उत्तम विकास होता है।

भारतीय पर्वतीय महासभा के इस कार्यक्रम में संरक्षक डी के जोशी, अध्यक्ष डूंगर सिंह नेगी, सचिव धर्मेंद्र सिंह कंडारी एवं अन्य सदस्य शंकर सिंह बिष्ट, भुवन पांडे, नरेंद्र मेहरा,  अभिनव सिंह भंडारी, पार्वती नेगी, ऋषभ मेहरा आदि लोगों ने भाग लिया।