ग्रेटर नोएडा :औद्योगिक निवेश के मामले में ग्रेटर नोएडा उद्यमियों की पहली पसंद बना हुआ है। इसी वजह से प्राधिकरण की सभी औद्योगिक भूखंड योजनाएं सफल हो रही हैं। 90 औद्योगिक भूखंडों की योजना में अब तक 250 से अधिक आवेदन आ चुके हैं, जबकि आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 नवंबर है। ऐसे में बृहस्पतिवार तक और अधिक आवेदन आने की उम्मीद है। इन आवंटनों से करीब 900 से 1000 करोड़ रुपये का निवेश और 2500 से 3000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इस योजना के सभी भूखंडों के आवंटन से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 250 से 300 करोड़ रुपये की आमदनी होने का आकलन है।
बीते कुछ वर्षों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने औद्योगिक निवेशकों को बेहतर माहौल दिया है। इस वजह से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में ग्रेटर नोएडा देश के कुछ चुनिंदा शहरों में एक बन गया है। ग्रेटर नोएडा में उद्योग लगाने के लिए निवेशक जमीन दिलाने की मांग प्राधिकरण से लगातार कर रहे है। इसे देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर उद्योग सेल ने 90 भूखंडों की औद्योगिक योजना लांच की।। ये भूखंड सेक्टर ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन और ईकोटेक -6 में स्थित हैं। ये भूखंड 450 वर्ग मीटर से 40,470 वर्ग मीटर एरिया तक के हैं। इस योजना के अंतर्गत भूखंडों के लिए 03 नवंबर से ही ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए और बृहस्पतिवार तक आवेदन करने की अंतिम तिथि है। 05 दिसंबर के आसपास ड्रा संभावित है। 4000 वर्ग मीटर से कम आकार के भूखंडों का आवंटन ड्रा से और 4000 वर्ग मीटर से बड़े आकार के भूखंडों का आवंटन साक्षात्कार के जरिए होना है। इन भूखंडों पर ग्रीन कैटेगरी (नॉन पोल्यूटिंग कैटेगरी) के सभी तरह के उद्योग लगाए जा सकते हैं। सभी भूखंडों के आवंटित हो जाने पर प्राधिकरण को 250 से 300 करोड़ रुपये की आमदनी होगी, जबकि 900 से 1000 करोड़ रुपये के निवेश और 2500 से 3000 लोगों को रोजगार का भी आकलन है। इस योजना से जुड़ी जानकारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट www.greaternoidaauthority.in और निवेश मित्रा पोर्टल www.niveshmitra.up.nic.in पर भी उपलब्ध है। इससे पहले प्राधिकरण ने 23 औद्योगिक भूखंडों की योजना लांच की थी, जिसमें 384 उद्यमियों ने आवेदन किए थे। उनमें से करीब 340 आवेदक तो एकमुश्त भुगतान करने वाले थे।