ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में बीते सोमवार को भारतीय और अफगानिस्तानी छात्रों के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीन दिन पहले हुए विवाद के बाद एक बार फिर बृहस्पतिवार को दोनों गुटों के छात्र आमने सामने हो गए। मारपीट व पथराव में कई छात्र घायल हो गए। सूचना पाकर नॉलेज पार्क समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। एसडीएम सदर व सीओ भी मौके पर पहुंचे। एहतियात के तौर पर पुलिस व पीएसी की तैनाती कर दी गई है। विवाद को देखते हुए विवि को रविवार तक बंद कर दिया गया है। यही नहीं गेट पर बाउंसर तैनात कर मीडिया व बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। विवि प्रशासन ने तीन विदेशी छात्रों को निलंबित कर जांच कमेटी गठित कर दी है। पुलिस प्रशासन ने किसी छात्र के घायल होने की पुष्टि नहीं की है। आरोप है विवि प्रशासन मामले को दबाने में जुटा है।
ज्ञात हो कि तीन दिन पूर्व अफगानिस्तान के छात्रों ने भारतीय छात्र की पिटाई कर दी थी, जिसके बाद दोनों गुटों के छात्रों के बीच झड़प हुई थी। कुछ विदेशी छात्रों ने भारतीय छात्रों को धमकी भी दी थी, जिसका वीडियो सोशल साइट पर वायरल हुआ था। इसके बाद भी पुलिस ने किसी छात्र के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया था। पूर्व में हुए विवाद को लेकर छात्र दोबार आमने सामने हो गए। दोनों गुटों के छात्रों के बीच मारपीट शुरु हो गई। विवाद बढ़ने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि इस दौरान भी लड़ाई होती रही। एक विदेशी छात्र ने पुलिसकर्मी का डंडा छीनने का भी प्रयास किया।
पुलिस ने बाउंसरों की मदद से हल्का बल प्रयोग कर छात्रों को अलग किया। मारपीट में विदेशी मूल के छात्र एहतेशाम व मोहम्मद जलाल को चोट लगी। साथ ही कई भारतीय छात्रों को भी चोट लगी है। सभी को शारदा अस्पताल में ही भर्ती कराया गया है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसडीएम सदर राजपाल सिंह, सीओ ग्रेटर नोएडा प्रथम अमित किशोर श्रीवास्तव ने विविद्यालय प्रबंधन के साथ बैठक की। विवि प्रबंधन ने पुलिस प्रशासन को बताया कि अफगानिस्तान के तीन छात्रों रहीम खान, अब्दुल समीम व शादाब तैय्यब को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। वहीं मामले की जानकारी मिलने पर अफगानिस्तान एम्बेसी के अधिकारी भी शारदा विविद्यालय पहुंचे ओर छात्रों की बात सुनीं। फिलहाल विवि प्रबंधन घटना के बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं है।