नोएडा : संगठन के मुखिया और सदस्यों ने पहले खुद लगवाया कोरोना से बचाव का टीका, फिर जुट गये और लोगों को इसके लिए प्रेरित करने में। पूरा संगठन इन दिनों टीकाकरण की मुहिम में जुटा हुआ है। यह संगठन है नोएडा लोकमंच। नोएडा लोकमंच के मुखिया महेश सक्सेना के नेतृत्व में इस संगठन ने कोरोना काल में भी आगे बढ़कर जनता की सेवा की और अब जिस समय लोग टीका लगवाने से बच रहे थे तब उन्होंने पहले खुद जिला अस्पताल में टीका लगवाया फिर जुट गये दूसरे लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने में।
सरकारी व्यवस्था पर भरोसा जताया
महेश सक्सेना ने कोरोना काल से लेकर टीकाकरण तक के काम में सरकारी व्यवस्था पर भरोसा जताया है। श्री सक्सेना कहते हैं कि उन्होंने खुद ही जिला अस्पताल में कोरोना का टीका नहीं लगवाया बल्कि नोएडा के तमाम सभ्रांत और प्रभावशाली लोगों को टीका लगवाने और जिला अस्पताल में ही लगवाने के लिए प्रेरित किया। चाहे गरीब हो या अमीर वह सभी से टीका लगवाने की अपील कर रहे हैं। वह व्यक्तिगत रूप से जब भी 60 साल और इससे ऊपर की उम्र वालों से मिलते हैं तो सबसे पहले यही पूछते हैं टीका लगवाया कि नहीं। जवाब हां में आने पर बधाई देते हैं और न सुनने पर कोरोना टीका लगवाने के फायदे गिनाते हैं और बताते हैं कि टीका लगवाने से बेवजह डरें नहीं। इसका कोई प्रतिकूल असर नहीं है। टीका लगने के बाद बुखार आना मामूली सी बात है। महेश सक्सेना का कहना है कि लाखों लोगों में किसी एक या दो लोगों को टीका लगने के बाद परेशानी आ भी गयी तो यह डरने की बात नहीं, लाखों लोग ऐसे भी तो हैं जो टीका लगवाने के बाद ठीक हैं। उन्होंने बताया कि उनके कहने पर ब्रिगेडियर चितरंजन सावंत सहित तमाम सीनियर सिटीजन, सेनाधिकारियों व रिटायर्ड जस्टिस ने जिला अस्पताल में टीका लगवाया। साथ में उनकी पत्नियों ने भी टीका लगवाया।
जिला अस्पताल में हर वक्त रहते हैं नोएडा लोकमंच के दो पदाधिकारी
महेश सक्सेना ने बताया कि नोएडा लोकमंच के पदाधिकारी लगातार टीकाकरण के लिए लोगों को मोटिवेट करने में जुटे हैं। चाहे वह स्लम बस्ती का सीनियर सिटीजन हो अथवा अमीर बस्ती का। अमीर और प्रभावशाली लोगों को तो सभी सुविधा मिल जाती हैं पर गरीब-मजदूर लोगों को भटकना पड़ता है। इसके पीछे जानकारी का अभाव भी एक बड़ा कारण है। इसलिए अस्पताल तक लाने से लेकर टीका लगवाने तक की जिम्मेदारी नोएडा लोकमंच के पदाधिकारी सम्भाले हुए हैं।
टीकाकरण के लिए अपील
महेश सक्सेना ने नोएडा के सभी सीनियर सिटीजन और 45 साल से ऊपर के लोगों से अपील की है कि वह सभी निसंकोच टीका लगवाएं। इसकी गुणवत्ता पर शक न करें, यह पूरी रिसर्च के बाद जनता के लिए उपलब्ध कराया गया है। टीके की गुणवत्ता पर जिरह करके अविश्वास पैदा न करें, बल्कि यह सोचें कि लाखों लोगों ने इसे लगवाया तो आप क्यों डर रहे हैं। सभी शक और वहम के बजाय आगे बढ़कर टीकाकरण करवाएं।
एहतियात अब भी जरूरी
उन्होंने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए लापरवाही अभी ठीक नहीं है। याद रखें अब भी दो गज की दूरी और मास्क जरूरी हैं। जिम्मेदार नागरिक बनें और टीकाकरण में सहयोग करें।
जिंदगी के साथ और जिंदगी के बाद भी सेवा
नोएडा लोकमंच अस्पतालों में मरीजों की सेवा के काम से लेकर श्मशानघाट तक की व्यवस्था संभाले हुए है। अस्पतालों में जहां मरीजों को भोजन उपलब्ध कराता है वहीं नोएडा के श्मशानघाट के रखरखाव की जिम्मेदारी इसी संगठन के हाथ में है। महेश सक्सेना बताते हैं कि संगठन पिछले 18 वर्षों से जनता की सेवा में जुटा हुआ है। वह पिछले 18 सालों से लगातार जिला अस्पताल में मरीजों और उनके तीमारदारों को दोपहर का भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अलावा श्मशानघाट की व्यवस्था भी लोकमंच देखता है। जिन लोगों के पास अंतिम संस्कार के लिए धन नहीं होता है उनकी मदद संगठन करता है। कोरोना काल में नोएडा की गरीब बस्तियों में दोनों समय के भोजन की व्यवस्था की। लॉकडाउन के समय यह काम पुलिस के सहयोग से किया गया।