Amrapali Dream Valley Lift Falls Case: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के टेकजोन-4 स्थित आम्रपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट की निर्माणाधीन साइट पर शुक्रवार को हुए लिफ्ट हादसे में अब तक आठ मजदूरों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में शुक्रवार को चार लोगों की मौत गई थी। जबकि पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिनका सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था शनिवार सुबह इन पांच में से चार मजदूरों ने दम तोड़ दिया। एक का इलाज आईसीयू में चल रहा है। इसके साथ ही मृतकों की कुल संख्या 8 हो गई है।
पुलिस की प्राथमिक जांच में कंस्ट्रक्शन कंपनी और एनबीसीसी के अधिकारियों पर सुरक्षा के मानकों को दरकिनार करने की बात सामने आई है। लिफ्ट में तकनीकी खामी आने पर पहले भी मजदूरों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी। इसके बावजूद न तो लिफ्ट बदलवाई गई और न ही मरम्मत कराई गई।
इस मामले में पुलिस ने गिरधारी कंस्ट्रक्शन कंपनी के जनरल मैनेजर देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जगह जगह छापेमारी कर रही है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को इलाज के दौरान लिफ्ट ऑपरेटर कन्नौज के छिबरामऊ निवासी कुलदीप पाल, बिहार के असुल मुस्तकीम और अब्दुल मुस्तकीम व अमरोहा के अरबाज अली की मौत हो गई।
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित आम्रपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट की निर्माणाधीन बिल्डिंग में पीओपी का काम करने के लिए शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे 24वीं मंजिल पर जाने के लिए 9 मजदूर लिफ्ट में सवार हुए। लिफ्ट 14वें फ्लोर पर पहुंची थी कि इसी दौरान अचानक लिफ्ट का तार टूट गया। जिसके कारण लिफ्ट नीचे गिर गयी और कामगार लिफ्ट में फंस गए। दूसरे कामगारों ने लिफ्ट का गेट तोड़कर उन्हें बाहर निकाला और सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। अस्पताल में उपचार के दौरान बिहार के कटिहार के इस्ताक अली, विपोत मंडल, बांका के अरुण तांती और अमरोहा, उप्र के आरिश खान की मौत हो गई। जबकि पांच घायलों में से चार की शनिवार सुबह मौत हो गई। एक कामगार का इलाज आईसीयू में चल रहा है।
सीएम योगी ने जताया शोक, कार्रवाई के दिए आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया पर जारी संदेश में हादसे में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट किया गया। एक्स हैंडल संवेदना प्रकट करते हुए घायलों का उपचार कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। वहीं पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। इसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचीं। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। नामजदों की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।