नोएडा शिल्प हाट में आयोजित रोजगार मेले का जायजा लेने पहुंचे ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ
ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश में नोएडा और ग्रेटर नोएडा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में उभरे हैं। दोनों ही शहर रोजगार देने वालों और रोजगार पाने वालों के लिए हब के रूप में विकसित हुए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने नोएडा शिल्प हाट में आयोजित रोजगार मेले का रविवार को जायजा लेने के दौरान यह बात कही।
सीईओ ने कहा कि रोजगार मेले का आयोजन इसलिए किया गया है ताकि रोजगार देने वाले और रोजगार पाने वाले एक दूसरे से मिल सकें। ग्रेटर नोएडा में कोरिया जापान आदि देशों से भी बड़े पैमाने पर औद्योगिक निवेश हो रहा है। देशभर के युवा यहां आकर रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा में आने वाले कुछ वर्षों में रोजगार के तमाम अवसर मिलेंगे। ग्रेटर नोएडा मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग और डाटा सेंटर के हब के रूप में उभरा है। आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में पांच बड़ी कंपनियां करीब 150 एकड़ एरिया में अपनी इकाई स्थापित कर रही हैं। ग्रेटर नोएडा में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और लॉजिस्टिक हब बनने जा रहे हैं। इन दोनों प्रोजेक्टों के आने से एक लाख से अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे। सीईओ ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 3000 करोड़ रुपए से अधिक का औद्योगिक निवेश हुआ है, जबकि पिछले चार वर्षों में ग्रेटर नोएडा में करीब 30 हजार करोड़ रुपए का औद्योगिक निवेश आया है। नरेंद्र भूषण ने ग्रेटर नोएडा में चल रहे प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का जिक्र करते हुए कहा कि इन प्रशिक्षण केंद्रों से निकलने वाले युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। वे हुनरमंद बनकर कंपनियों की जरूरत को पूरा कर सकेंगे। सीईओ ने दो दिवसीय (शनिवार-रविवार) रोजगार मेले में ग्रेटर नोएडा से आईं कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत की। उनको किस तरह के हुनरमंद युवा चाहिए, इसके बारे में जानने की कोशिश की। इस दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी सचिन कुमार सिंह और औद्योगिक सेल के प्रभारी मयंक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।