greater noida authority bribe

ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगता नहीं दिख रहा है। प्राधिकरण के उद्योग विभाग में लीज डीड के नाम पर 10 लाख रूपये की रिश्वत लेने का गंभीर आरोप है। इसके बाद भी काम नहीं हुआ। कर्मचारी द्वारा 5 लाख रूपये की रिश्वत और मांगने पर आवंटी ने इसकी शिकायत जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और एसीईओ से कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी मेनेजर (संविदाकर्मी) को बर्खास्त कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में भ्रष्टाचार के कई मामले पहले भी आ चुके हैं।

उद्यमी प्रवीन कुमार ने बताया कि औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक-6 में उनका 450 वर्गमीटर का भूखंड है। उक्त भूखंड की लीज डीड कराने के लिए प्रवीन कुमार पिछले दो वर्षो से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चक्कर लगा रहे हैं। उद्योग विभाग के कर्मचारियों ने आवंटी से कहा कि उनकी फाइल गायब हो गई है। इस पर प्रवीन कुमार ने दूसरी फाइल बनाकर उद्योग विभाग में सहायक के पद पर कार्यरत शशांक नामक कर्मचारी को दी। इसके बाद शशांक ने मैनेजर के पद कार्यरत संविदाकर्मी सव्रेश राय से मिलवाया। आरोप है कि दोनों कर्मचारियों ने लीज डीड के नाम पर 10 लाख रूपये की मांग की जो आवंटी ने दे दिए। आरोप है कि पैसे लेने के बाद भी मैनेजर सव्रेश राय आवंटी के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्ट्री कराने नहीं गए। आवंटी प्रवीन कुमार कई दिनों तक प्राधिकरण के चक्कर लगाते रहे। आरोप है कि पांच लाख रूपये की रिश्वत यह कहते हुए और मांगी कि ऊपर अधिकारियों तक पहुंचानी है। पांच लाख रूपये की रिश्वत और मांगने पर आवंटी ने इसकी लिखित शिकायत एसीईओ दीप चंद और जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह से की। आवंटी द्वारा शिकायत किए जाने पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह मंगलवार शाम एसीईओ दीप चंद से मिले। एसीईओ दीपचंद ने बताया कि शिकायत मिलने पर मामले की जांच कराई तो आरोप सही पाए गए। इस पर कार्रवाई करते हुए आरोपी संविदा कर्मी सव्रेश राय की सेवा समाप्त कर दी गई है। शिकायत के आधार पर बाकी कर्मचारियों की भी जांच कराई जा रही है,जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।