Gujjar society will not celebrate Diwali

ग्रेटर नोएडा : मिहिर भोज पीजी कॉलेज के प्रांगण में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा अनावरण के दौरान शिलापट्ट पर लिखे गुर्जर शब्द को मिटाने का प्रकरण थमता नहीं दिख रहा है। इस मुद्दे को लेकर रविवार को दादरी में स्वाभिमान महापंचायत हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान व मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के गुर्जर समाज के लोग शामिल हुए। भाजपा सरकार के रवैये की कड़ी निंदा की गई। महापंचायत में निर्णय लिया गया कि गुर्जर समाज इस बार दिवाली नहीं मनाएगा।

ज्ञात हो कि बीते सितंबर माह में दादरी स्थित मिहिर भोज पीजी कॉलेज के प्रांगण में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। शिलापट्ट पर लिखे गुर्जर शब्द को अनावरण से कुछ समय पहले मिटा दिया गया था। इसको लेकर गुर्जर समाज के लोगों रोष है। कई बार पंचायत हो चुकी है। पूर्व में हुई स्वाभिमान महापंचायत में यह कहा गया गया था कि भाजपा नेता अपनी भूल में सुधार करें और 31 अक्टूबर से पहले मुख्यमंत्री माफी मांगे। ऐसा न करने पर 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर स्वाभिमान महापंचायत का ऐलान किया गया था।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार को कई राज्यों के गुर्जर समाज के लोग दादरी में एकत्र हुए। सरदार पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। महापंचायत में समाज के नेताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति के सदस्य एडवोकेट रविंद्र भाटी ने बताया कि महापंचायत में निर्णय लिया गया है कि पूरे देश का गुर्जर समाज इस बार दिवाली नहीं मनाएगा। मुख्यमंत्री सहित भाजपा के सभी गुर्जर नेताओं का सामाजिक एवं राजनैतिक बहिष्कार किया जाता है। आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज भाजपा को वोट की चोट करके अपने अपमान का बदला लेगा। महापंचायत में यह भी निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हर जिलेवार महापंचायत आयोजित कर समाज को एकजुट करके अपनी ताकत का एहसास कराएगी। यही प्रत्येक गुर्जर गांवों में भाजपा नेताओं के आगमन पर विरोध किया जाएगा।

समिति उत्तर प्रदेश सहित देश के हर राज्य में गुर्जर गांवों में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा लगवाएगी एवं शिक्षण संस्थान के नाम से हों। दादरी रियासत के राजा राव उमराव सिंह की बड़ी प्रतिमा दादरी में लगाई जाएगी। जेवर एयरपोर्ट का नाम गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज रखा जाए। इस दौरान केंद्र सरकार से यह भी मांग की गई कि गुर्जर रेजीमेंट का गठन किया जाए। राजस्थान के 5 प्रतिशत गुर्जर आरक्षण को केंद्र सरकार नौवीं अनुसूची में डाले। एडवोकेट रविंद्र भाटी, मुखिया गुर्जर, अवतार भड़ाना, आनंद नागर, उमेश प्रधान, अंतराम तंवर, नवीन खटाना, रूप सिंह, रणवीर चंदीला सहित बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे।