Prime Minister's Safe Motherhood Campaign Day

पुरस्कार से प्रेऱणा मिलती है : डा. महेश शर्मा

नोएडा : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस में सराहनीय योगदान देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों और वॉलंटियर को बुधवार को सम्मानित किया गया। आईएमए भवन में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सकों, स्टाफ नर्स, एएनएम, आशा, बीपीएम, डाटा एंट्री ऑपरेटर, टेक्नीशियन को सांसद डॉ महेश शर्मा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी ने पुरस्कार स्वरूप  प्रशस्ति पत्र, शील्ड, मेडल प्रदान किये। इस अवसर पर डा. महेश शर्मा ने कहा कि किसी भी योजना को सफल बनाने के लिए सामूहिक सहभागिता बहुत जरूरी है। टीम भावना से काम करके ही हम किसी लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस में कमजोर गर्भवती की पहचान कर उनकी देखभाल की जाती है।  जरूरत पड़ने पर इलाज किया जाता है। उन्होंने इस योजना में सराहनीय योगदान करने वालों की तारीफ की, उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा पुरस्कार से उन लोगों को प्रेऱण मिलती है जो लोग काम कर रहे हैं और जो काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण कम जरूर हुआ है लेकिन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, इसलिए सावधानी अब भी जरूरी है। इस अवसर सांसद ने अपने टीकाकरण के अनुभव को भी साझा किया।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने कोरोना काल में सांसद डा. महेश शर्मा द्वारा दिये गये योगदान की सराहना की और उनका साधुवाद किया। उन्होंने बताया इस वर्ष 2020-21 में प्रधानमंत्री सुरक्षित अभियान दिवस में आठ वॉलंटियर चिकित्सकों ने सेवा दी, 1421 गर्भवती महिलाओं को वॉलंटियर चिकित्सकों ने चिकित्सकीय परामर्श दिया, 30753 गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य केन्द्र पहुंची, इनमें 3623 एचआरपी (हाई रिस्क प्रेगनेंसी) वाली थीं । मुख्य चिकित्सा अधिकारी  ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान भारत सरकार की एक नई पहल है, जिसके तहत प्रत्येक माह की नौ तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं को व्यापक और गुणवत्तायुक्त प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान की जाती है। इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर उनकी गर्भावस्था के दूसरी और तीसरी तिमाही की अवधि (गर्भावस्था के चार महीने के बाद) के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाता है। इस कार्यक्रम की प्रमुख विशेषता यह हैं कि प्रसव पूर्व जांच सेवाएं ओबीजीवाई विशेषज्ञों/चिकित्सा अधिकारियों द्वारा उपलब्ध करायी जाती हैं।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नेपाल सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी चिकित्सकों से गर्भवती महिलाओं के लिए प्रतिवर्ष 12 दिन मुफ्त सेवाएं देने का आग्रह किया है | इस नेक काम के लिए हम  पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने अपने सभी साथियों  से हर महीने की नौ तारीख़ को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं पर स्वैच्छिक सेवाएं प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि योजना के क्रियांवयन से मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी आयी है। प्रयासों से इसे और कम किया जा सकता है। उन्होंने योजना में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका और कार्य की सराहना की।

 

आईएमए अध्यक्ष डॉ. एनके शर्मा ने बताया कि आईएमए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को सहयोग करेगा तथा संस्था के सभी सदस्यों से हर महीने की नौ तारीख को सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक नि:शुल्क परामर्श प्रदान करने का अनुरोध किया जाएगा।

सम्मान समारोह में  दो वॉलंटियर चिकित्सकों,छह सरकारी चिकित्सकों (चिकित्सक, बेस्ट प्रभारी चिकित्सा अधिकारी) , आठ स्टाफ नर्स, पांच एएनएम, पांच आशा कार्यकर्ता, दो बीपीएम, दो लैब टेक्नीशियन, चार फार्मासिस्ट, एक हेल्थ विज़िटर, फेमली प्लानिंग स्पेशलिस्ट, डीआईसी मैनेजर,कंसलटेंट, प्रोग्राम एडमिन, ऑपरेटर को सम्मानित किया गया। सामुदयिक स्वास्थ्य केंद्र दादरी के अधीक्षक डॉ संजीव श्रीवास्तव व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिसरख के एमओआईसी डॉ सचिंद्र मिश्रा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्री की महिला चिकित्सक डा. मीरा पाठक को सम्मानित किया। इसके अलावा चिकित्सा विभाग में कार्यरत पारस गुप्ता, आशुदीप सहित कई लोगों को यह सम्मान मिला। इस अवसर पर डीटीओ डॉ शिरीष जैन,अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भरत भूषण सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।