unauthorised-colonies in noida
Symbolic photo from internet

ग्रेटर नोएडा: नोएडा, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में भू माफियाओं का दबदबा इस कदर बना हुआ है कि ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। हद तो तब हो गई जब भू माफियाओं ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की फर्जी NOC जारी कर हल्दौनी गांव में कालोनी बसा दी। जब प्राधिकरण को इसकी भनक लगी तो प्राधिकरण के एसीईओ केके गुप्त के निर्देश पर कुछ लोगों के खिलाफ जालसाजी समेत कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज करने की सूरजपुर कोतवाली में तहरीर दी है। बता दें कि प्राधिकरण ने गांव हल्दौनी को अधिग्रहीत नहीं किया है। भू माफियाओं ने प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कालोनी बसा दी हैं। जो अब प्राधिकरण के लिए सिर दर्द बन गयी हैं। प्राधिकरण इन अवैध कालोनियों को तोड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र गांव हल्दौनी में कुछ भू माफियाओं ने प्राधिकरण से भवन निर्माण करने की फर्जी NOC बना ली। उस एनओसी को दिखाकर यह लोग बाहरी लोगों को छोटे-छोटे भूखण्ड या फ्लैट बनाकर बेच रहे हैं। जब प्राधिकरण ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू किया तो उन्होंने प्राधिकरण द्वारा जारी एनओसी दिखायी। एनओसी कार्यालय भवन प्रकोष्ठ ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्धनगर से पंत्रांक ग्रेटरनोएडा/गौ.बु./2019/1899 दिनांक 07-04-2019 से जारी की गयी है। एनओसी मौहम्मद इरशाद पुत्र इकबाल अहमद के नाम ग्राम हल्दौनी के खसरा संख्या चार, पांच व छह के लिए जारी की गयी है। यही नहीं एनओसी में एसडीएम दादरी के छह मार्च के आदेश का भी जिक्र किया गया है। जिसमें उन्होंने भू उपयोग पर्वितन के आदेश दिये हैं। एनओसी में लिखा है कि उपरोक्त जमीन आबादी की है तथा इस जमीन का कोई प्रतिकर नहीं लिया गया है। इन नियमानुसार भवन निर्माण करने में कोई आपत्ति नहीं है।

मामला जब एसीईओ केके गुप्त के संज्ञान में आया तो उन्होंने भवन प्रकोष्ठ के बारे में जानकारी की। पता चला कि इस तरह का प्राधिकरण में कोई विभाग ही नहीं है और न ही प्राधिकरण ने इस तरह की कोई एनओसी जारी की है। साथ ही एनओसी में जो प्रतिलिपि भेजी गयी है, उसमें अपर जिलाधिकारी दादरी व एसडीएम (LA) गौतमबुद्धनगर लिखा गया है। फर्जी एनओसी बनाने वाले को पता ही नहीं है कि अपर जिलाधिकारी दादरी का कोई पद ही नहीं है। साथ ही एसडीएम (LA) को भी कोई पद नहीं है। यानी जालसाज ने एसडीएम दादरी को एडीएम और एडीएम को एसडीएम बना दिया है। अब प्राधिकरण से सूरजपुर कोतवाली में मामला दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी है।