ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में मंगलवार को कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए है। इसने से एक मेट्रो परियोजना फेज-2 को लेकर है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट को विकसित करने के लिए नोएडा के सेक्टर 71 से ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो परियोजना फेज-2 को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल लागत 2602 करोड़ रुपये है। परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में 1521 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मेट्रो परियोजना फेज-2 में कुल 9 स्टेशन होंगे लेकिन प्रथम चरण में नोएडा क्टर 71 से ग्रेटर नोएडा सेक्टर 2 तक कुल 5 स्टेशन बनेंगे। प्रथम चरण को पूरा करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 151 करोड़ रुपये का अंशदान देगा। शेष धनराशि नोएडा प्राधिकरण खर्च करेगा। सेक्टर 71 से ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 तक रूट पर नोएडा का ज्यादा एरिया आता है। बोर्ड बैठक में मेट्रो परियोजना फेज-2 की डीपीआर अनुमोदन के लिए शासन को भेजी जाएगी। एनएमआरसी को नोडल एजेंसी बनाया जाएगा। नोडल एजेंसी एनएमआरसी मेट्रो परियोजना फेज-2 के प्रथम चरण की शेष लागत के संबंध में भारत सरकार, उप्र सरकार व नोएडा प्राधिकरण से अंशदान की धनराशि प्राप्त करने की कार्यवाही करेगी। यह जानकारी प्रदेश के मुख्य सचिव व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन डा. अनूप चंद पांडेय व सीईओ नरेंद्र भूषण ने पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट गाजियाबाद, नोएडा व दिल्ली के निकट है। जहां पर लाखों फ्लैट बन रहे हैं। आवासीय सेक्टरों में रहने वालों को सुगम परिवहन सुविधा मिलनी चाहिए। मेट्रो से अच्छा परिवहन कुछ नहीं हो सकता है। लिहाजा मेट्रो परियोजना फेज-2 को बोर्ड ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण मेट्रो के लिए प्रस्तावित संरेखन में आने वाली भूमि की भू अर्जन की स्थिति, अतिक्रमण एवं भौतिक सर्वेक्षण का कार्य सुनिश्चित करेगा। इस मौके पर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ आलोक टंडन, यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह, जिलाधिकारी बीएन सिंह, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ केके गुप्त, ओएसडी सचिन कुमार व अन्य अधिकारी मौजूद थे।