नोएडा : सघन मिशन इंद्रधनुष 3.0 (आईएमआई-3.0) जनपद में 23 फरवरी से शुरू होगा। नियमित टीकाकरण के दौरान टीके से वंचित रह गए दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती को इस विशेष अभियान में निशुल्क टीके लगाए जाएंगे। यह अभियान गौतमबुद्ध नगर समेत प्रदेश के 37 जनपदों में दो चरणों में चलाया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने इस संबंध में संबंधित सभी जनपदों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजा है। पत्र के साथ मिशन इंद्रधनुष की भारत सरकार की गाइड लाइन और टीकाकरण के लिए निर्धारित की गई तिथियों की जानकारी भी दी गयी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी ने बताया जनपद में टीकाकरण से पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम द्वारा सोमवार (आठ फरवरी) को आशा और एएनएम को प्रशिक्षण दिया और उनका संवेदीकरण किया गया। माइक्रो प्लान तैयार करने के लिए आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वे करेंगी। नौ और दस फरवरी को ब्लॉक स्तरीय अभिमुखीकरण किया जाएगा। इसके बाद 11 से 16 फरवरी आशा कार्यकर्ता हेड काउंट सर्वे कर लाभार्थियों की सूची तैयार करेंगी और फिर 17 से 19 फरवरी तक माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा। माइक्रो प्लान और लाभार्थियों की सूची की समीक्षा 20 फरवरी को राज्य स्तर पर की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया जनपद में टीकाकरण कवरेज बढ़ाने के लिए अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा। भारत सरकार की ओर से अभियान के तहत कोविड-19 संक्रमण के दौरान लॉकडाउन एवं अन्य कारणों से टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। नियमित टीकाकरण के साथ मिशन इन्द्रधनुष-3.0 के जरिए टीकाकरण कवरेज को बढ़ाकर 90 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। आईएमआई-3.0 के लिए शासन से गाइड लाइन प्राप्त हो गई है। शासन से मिली गाइडलाइन के मुताबिक प्रथम चरण में 23 फरवरी के अलावा एक और दो मार्च को टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनपद में आईएमआई-3.0 का द्वितीय चरण 23 मार्च, पांच अप्रैल और छह अप्रैल को चलाया जाएगा।
क्या है सघन मिशन इंद्रधनुष :-
सघन मिशन इंद्रधनुष आईएमआई की शुरुआत भारत सरकार की ओर से 2017 में की गई थी। यह दो वर्ष से छोटे बच्चों और उन गर्भवती के लिए है जो नियमित टीकाकरण के दौरान छूट जाती हैं। इस अभियान का नाम इंद्रधनुष इसलिए रखा गया है क्योंकि अभियान के दौरान सात बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए टीके लगाए जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह टीकाकरण निशुल्क किया जाता है। 2017 में चलाए गए मिशन इंद्रधनुष को आईएमआई 1.0 और 2019 में चलाए गए मिशन इंद्रधनुष अभियान को आईएमआई.2.0 नाम दिया गया था।
यह टीके लगेंगे अभियान में
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटाविन.ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती महिलाओं को टिटनेस का टीका भी लगाया जाएगा।