यमुना प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा: शुक्रवार को यमुना विकास प्राधिकरण में 126 करोड़ रूपये के जमीन घोटाले में कासना कोतवाली पुलिस ने तीसरी बड़ी गिरफ्तारी की है। मामले की विवेचना में आरोपी पाए गए दत्ता इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के एक और डायरेक्टर सत्येंद्र चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सत्येंद्र चौहान को मेरठ की भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया। जमीन की खरीद फरोख्त के कागजात पर सत्येंद्र चौहान के हस्ताक्षर हैं। आरोपी को इसकी पूरी जानकारी दी थी। ज्ञात हो कि दत्ता इंफ्रॉस्ट्रक्चर के रमेश बंसल को एक दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था। घोटाले के मुख्य आरोपी प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व रिटार्यड आइएएस अधिकारी पीसी गुप्ता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सीओ ग्रेटर नोएडा प्रथम निशांक शर्मा ने बताया कि यमुना प्राधिकरण में 126 करोड़ रूयये के जमीन घोटाले में कासना कोतवाली में प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व रिटार्यड आइएएस अधिकारी पीसी गुप्ता समेत 21 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जांच में दत्ता इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड समेत कई कम्पनियों के नाम सामने आए। पुलिस ने कम्पनी के डायरेक्टर रमेश बंसल के बाद दूसरे डायरेक्टर सत्येंद्र चौहान को उनके गाजियाबाद घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। सीओ ने बताया कि जमीन की खरीद फरोख्त में सारे कागजात पर सत्येंद्र चौहान के हस्ताक्षर हैं। इस मामले में प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व रिटार्यड आइएएस अधिकारी पीसी गुप्ता तथा दाता इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर रमेश बंसल की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है।

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