नोएडा : प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत मनाए जा रहे “सप्ताह” की महत्ता को देखते हुए इस शनिवार और रविवार (4 व 5 सितम्बर) को भी योजना का कार्य यथावत चलता रहेगा। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना प्रकोष्ठ प्रतिदिन की भांति कार्य करेगा। ब्लॉक, पीएचसी, सीएचसी व जिला स्तर पर कोई भी लाभार्थी आकर योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। यदि उसका फॉर्म करेक्शन क्यू में है तो उसे सही करवा सकता है। योजना से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकता है। इस संबंध में सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों/अधीक्षकों को सूचित कर दिया गया हैl
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया-प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत मनाए जा रहे “सप्ताह” में शनिवार को स्थानीय अवकाश है और रविवार को सभी कार्यालय बंद रहते हैं, किंतु “सप्ताह” की महत्ता को देखते हुए “सप्ताह” में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का कार्य यथावत चलता रहेगा।
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक पारस गुप्ता ने बताया- ”सप्ताह” में अब तक ब्लॉक बिसरख ने 105, दादरी ने 85, अर्बन 54 , दन कौर 74 जेवर 72 फॉर्म भरे हैं कुल 390 फॉर्म भरे गये हैं, जो क़ि मासिक लक्ष्य 730 का 53 प्रतिशत हैंl इस “सप्ताह” में 100 प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने का निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दिया हुआ हैl गौरतलब है कि पहली बार गर्भवती/धात्री महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और पोषण के लिए पूरे देश में चलायी जा रही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को गति प्रदान के लिए प्रदेश में एक से सात सितम्बर तक मातृ वंदना “सप्ताह” मनाया जा रहा है। योजना के नोडल अधिकारी डा. भारत भूषण ने बताया-इस “सप्ताह” को एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, जिसके तहत “सप्ताह” के हर दिन अलग-अलग गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। हर साल मनाये जाने वाले इस “सप्ताह” की इस बार की थीम ‘मातृ शक्ति-राष्ट्र शक्ति’ निर्धारित की गयी है। इस बार इस “सप्ताह” के दौरान गर्भवती को कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने बताया-सिफ्सा की अधिशाषी निदेशक व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय के निर्देश पर “सप्ताह” की निर्धारित गतिविधियों के अनुरूप “सप्ताह” मनाया जा रहा है। पहले, दूसरे और तीसरे दिन की गतिविधियां निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की गयीं। इसी क्रम में चौथे दिन (चार सितम्बर) कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक कर बैंक, डाक घर, यूआईडीआई, पंचायती राज व सम्बंधित क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के साथ शिविर का आयोजन किया जाएगा। पांचवें दिन (पांच सितम्बर) विशेष अभियान चलाकर करेक्शन क्यू में कमी लायी जायेगी, द्वितीय व तृतीय किस्त के मामलों का निस्तारण किया जाएगा और कोविड टीकाकरण के लिए संवेदीकरण अभियान चलाया जाएगा। छठें दिन (छह सितम्बर) प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर महिला सामुदायिक इवेंट का आयोजन किया जाएगा। गर्भवती को मौसमी फल, पौष्टिक आहार व अन्य खानपान की जानकारी दी जाएगी। पकवान, प्रश्नोत्तरी व स्लोगन लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी और कोविड टीकाकरण के लिए विशेष शिविर आयोजित होगा। आखिरी दिन (सात सितम्बर) सहयोगी संगठनों व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर उत्कृष्ट उपलब्धि वाले ब्लाक स्तरीय अधिकारियों और उच्च उपलब्धि वाली आशा, आशा संगिनी व एएनएम को पुरस्कृत किया जाएगा।
योजना के तहत तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रुपये
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के राज्य नोडल अधिकारी राजेश बांगिया ने बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए। पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।