ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध नगर जनपद के दादरी स्थित मिहिर भोज पीजी कालेज के परिसर में लगी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के नीचे लगे शिलापट्ट पर लिखे मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं के नाम पर कालिख पोतने के मामले में पुलिस ने आज दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश में संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी जा रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान दीपक नागर और विक्रांत के रूप में हुई है। कालिख पोतने से संबंधित सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो व फोटो के आधार पर आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है। पुलिस से बचने के लिए आरोपी भागते फिर रहे हैं।
बता दें कि मंगलवार को सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के नीचे लगे शिलापट्ट पर लिखे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर,विधायक तेजपाल सिंह नागर के नाम पर कुछ लोगों ने कालिख पोत दी गई थी। इस मामले में गुर्जर विद्या सभा के सचिव रामचंद्र वर्मा ने 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मुख्यमंत्री से जुड़ा हुआ मामला होने की वजह से पुलिस प्रशासन ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है।
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा विशाल पांडेय ने बताया कि सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा शिलापट्ट पर मुख्यमंत्री व भाजपा नेताओं के नाम पर कालिख पोतने के मामले में दो आरोपियों दीपक नागर निवासी ग्राम सादुल्लापुर व विक्रांत टाइगर निवासी ग्राम फूलपुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों को चिन्हित करने के बाद गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
बता दें कि सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा अनावरण को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा है। सम्राट मिहिर भोज को अपना-अपना वंशज बताते हुए गुर्जर व राजपूत समाज के लोग आमने सामने हो गए हैं। बीते 22 सितंबर को सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा अनावरण के दौरान गुर्जर शब्द हटाए जाने से गुर्जर समाज के लोगों में रोष व्याप्त हो गया था। इसको लेकर क्षेत्र के चिटहेरा गांव में गुर्जर स्वाभिमान महापंचायत हुई थी। विवाद बढ़ता देख सोमवार रात प्रतिमा शिलापट्ट पर सम्राट मिहिर भोज के नाम गुर्जर शब्द लिख दिया गया था। विवाद को सुलझाने का प्रयास किया गया, लेकिन इस बीच कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भाजपा नेताओं के नाम पर कालिख पोत दी. जिससे मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है।