देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत एवं 11 अन्य सैन्य अधिकारियों के तमिलनाडु हेलिकॉप्टर दुर्घटना में आकस्मिक निधन पर शनिवार को संकल्प द राइजिंग उत्तराखंड फाउंडेशन द्वारा शिव मंदिर प्रांगण चेरी काउंटी चौक, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा में मौजूद लोगों ने दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना करते हुए 2 मिनट का मौन रखकर अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें कि बीते बुधवार को भारत ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्य बल के अधिकारी, सुरक्षाकर्मियों को हवाई दुर्घटना में खो दिया। जिसके कारण संपूर्ण राष्ट्र शोकाकुल है सभी देशवासियों के मन में भारी पीड़ा है।
सीडीएस जनरल रावत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना का नेतृत्व कर रहे थे। जिनके सिर्फ एक इशारे पर दुश्मनों के पसीने छूट जाते थे। उनके ऊपर देश को आधुनिक बनाने व तीनों सेनाओं के एकीकरण की बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी। जनरल बिपिन रावत का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। देश की सेना एवं सीमाओं की रक्षा के लिए जनरल बिपिन रावत के योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।
16 मार्च 1958 में उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल मे जन्मे जनरल बिपिन रावत ने अपनी शुरुआती पढ़ाई शिमला से की। उसके पश्चात उन्होंने देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त किया था। असाधारण कौशल के लिए उन्हें आईएमए में स्वोर्ड ऑफ आनर से भी सम्मानित किया गया था।
उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से पीएचडी कर डॉक्टरेट की उपाधि ग्रहण की। इसके पश्चात आगे की पढ़ाई के लिए वह अमेरिका के आर्मी कमांड व जनरल स्टाफ कॉलेज गए। बिपिन रावत 16 दिसंबर 1978 में मात्र 20 वर्ष की अवस्था में उन्होंने भारतीय सेना में सेकंड लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हुए थे। उसके पश्चात वह लेफ्टिनेंट बने, फिर कैप्टन व मेजर बने, सन 2007 में ब्रिगेडियर बने। और ठीक 10 साल बाद 2017 में उनको थल सेना अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया। अपने 43 वर्षों की सेवा में उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल कर भारत देश का गौरव बढ़ाने का हर संभव प्रयास किया।
उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक कई सारे महत्वपूर्ण निर्णयों का नेतृत्व किया। तीनों सेनाओं के बीच एकीकरण के निर्णय को ध्यान में रखते हुए सन 1 जनवरी 2020 को जनरल साहब को देश का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया। यह देश का दुर्भाग्य है कि इस प्रकार से देश के पहले सीडीएस का दुर्घटना पूर्ण देहांत हो गया। उनके जाने से संपूर्ण राष्ट्र आहत हुआ है।
संकल्प द राइजिंग उत्तराखंड फाउंडेशन की पूरी टीम ने स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत उनकी श्रीमती मधुलिका रावत व अन्य सैन्य बल के अधिकारियो की हुई अपूरणीय क्षति पर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा में फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रकाश कोटिया के अलावा सैकड़ों लोग मौजूद थे।