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नोएडा : जापान की राजधानी टोक्यो में संपन्न हुये पैरालंपिक 2020-21 खेलों के पुरुष बैडमिंटन स्पर्धा में देश के लिए सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले देश के पहले IAS अधिकारी, गौतमबुद्ध नगर के डीएम सुहास एलवाई का वतन लौटने पर भव्य स्वागत सम्मान जारी है। सिल्वर मेडल जीतकर वतन लौटे जिलाधिकारी सुहास एलवाई का सोमवार को सबसे पहले हजारों खेल प्रेमियों एवं शुभचिंतको द्वारा इंदिरा गांधी हवाई अड्डा दिल्ली से लेकर नोएडा पहुँचने तक ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। उसके बाद देर शाम उनके सेक्टर 20, नोएडा स्थित आवास पर उनके शुभचिंतकों, खेल प्रेमियों तथा नोएडा वासियों ने जिलाधिकारी का जोरदार स्वागत किया। और आज जब वह ग्रेटर नोएडा स्थित अपने कार्यालय पहुंचे तो यहाँ भी उनका ढोल नगाड़ों एवं भारत माता की जय के नारों के साथ भव्य स्वागत किया गया।

कलेक्ट्रेट ऑफिस में ग्रेटर नोएडा में हुआ भव्य स्वागत

टोक्यो से सिल्वर मेडल जीतकर लौटने के बाद आज पहली बार अपने ग्रेटर नोएडा स्थित कार्यालय पहुंचे जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कलेक्ट्रेट ऑफिस परिसर में जोरदार स्वागत किया गया। उसने मिलने के लिए पहले से ही मौजूद सौकड़ों शुभचिंतकों ने डीएम के पहुँचने पर उनका फूल मालाओं से स्वागत करते हुए उनके सम्मान में “सुहास एलवाई जिंदाबाद”, “भारत माता की जय” आदि नारे लगाकर पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया।

उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के सदस्यों ने डीएम सुहास एलवाई का किया स्वागत सम्मान     

सामाजिक संस्था “उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा” के अध्यक्ष जेपीएस रावत की अगवाई में आज समिति का एक शिष्ट मण्डल सिल्वर मेडल जीतकर लौटे डीएम सुहास एलवाई का स्वागत सम्मान करने उनके ग्रेटर नोएडा स्थित कार्यालय (कलेक्ट्रेट ऑफिस) पहुंचा। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष जेपीएस रावत ने जिलाधिकारी को उनकी ऐतिहासिक सफलता पर बुके भेंट करते हुए कहा कि यह सम्मान उन्हें ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में रह रहे 4 हजार से अधिक प्रवासी उत्तराखंडियों की ओर से सम्मानपूर्वक भेंट किया जा रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने सभी प्रवासी उत्तराखंडियों का तहे दिल से आभार प्रकट किया। जेपीएस रावत ने कहा कि हमारे लिए यह गौरव की बात है कि हमारे जिलाधिकारी पूरे देश में पहले आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने पैरा ओलंपिक जैसी विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में न सिर्फ भाग लिया बल्कि देश के लिए सिल्वर मैडल भी जीता है।

क्या कहा सुहास एल वाई ने

इस अवसर पर डीएम सुहास एलवाई ने उपस्थित लोगों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मै आप लोगों के इस प्यार का सम्मान से गदगद हो गया हूँ, कहा कि जितना प्यार और सम्मान आप लोग ने मुझे दे रहे हैं मै अपने आप को इस लायक नहीं समझता हूँ। परन्तु मै आप सबको यह विश्वास दिलाता हूँ कि मै आप लोगों के इस प्यार और विश्वास को भविष्य में भी बनाये रखूँगा। उन्होंने कहा कि आज मै जिस मुकाम पर खड़ा हूँ उसमें मुझे मेहनत के साथ-साथ किस्मत का भी साथ मिला है।

वैसे आपको बता दें कि कर्नाटक के छोटे से शहर शिगोमा में जन्मे सुहास एलवाई ने अपनी किस्मत को अपने हाथों से लिखा है। पैर खराब होने के बावजूद भी वह बचपन से ही खेल को लेकर बहद दिलचस्पी रखते थे। इसमें उन्हें पिता और परिवार का भरपूर साथ मिला। पैर पूरी तरह फिट नहीं था तो समाज के ताने उन्हें सुनने को मिलते रहे, लेकिन पिता और परिवार चट्टान की तरह उन तानों के सामने खड़े रहे और कभी भी उनका का हौंसला नहीं टूटने दिया।