Mahashivratri 2025

Mahashivratri 2025: इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार 26 फरवरी को मनाया जाएगा। इस महाशिवरात्रि को बेहद खास बताया जा रहा है। भगवान शिव के भक्त इस दिन विशेष रूप से शिव पूजा करेंगे और भोलेनाथ से आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करेंगे। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था। ज्योतिष गणना के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन सूर्य-बुध-शनि तीनों एकसाथ कुंभ राशि में स्थित रहेंगे। यह संयोग करीब 149 साल बाद बन रहा है। ज्योतिषविदों का कहना है कि महाशिवरात्रि पर सालों बाद बन रहा यह त्रिग्रही योग तीन राशि के जातकों को बहुत ही शुभ परिणाम देने वाला है।

इन 3 राशि वोलों की चमकेगी किस्मत

मेष: महाशिवरात्रि से आपका गोल्डन टाइम शुरू हो सकता है। मन की सारी इच्छाएं पूरी होंगी। धन की आवक बढ़ेगी और खर्चों में कमी आएगी। आपको मनचाही नौकरी का ऑफर मिल सकता है। पद प्रतिष्ठा प्राप्त हो सकती है। कार्यस्थल पर आपके काम की खूब प्रशंसा होगी।

मिथुन: आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। धन संबंधी सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। रिश्ते मजबूत होंगे। दांपत्य जीवन भी सुखद रहेगा। मान सम्मान में वृद्धि होगी।

सिंह: जीवन में नई खुशियों का आगमन होने वाला है। निवेश करने वालों के लिए यह समय बहुत अच्छा माना जा रहा है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। लंबे समय से चल रहे किसी विवाद से आपको राहत मिल सकती है। कहीं रुका या अटका हुआ पैसा भी आपको मिल सकता है।

अंक शास्त्र के अनुसार, इन लोगों की भी चमकेगी किस्मत

अंक ज्योतिष के अनुसार, कुछ विशेष मूलांक वाले लोग इस दिन विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। ये वे लोग होंगे जिनके जन्म के अंक के आधार पर शिव की विशेष कृपा उन पर बरसेगी। आइए जानते हैं वे कौन से अंक हैं जिनकी किस्मत महाशिवरात्रि पर चमकने वाली है।

मूलांक 1

जिनका जन्म 1, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 1 होगा। इनका ग्रह स्वामी सूर्य देवता हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की विशेष कृपा इन पर बरसेगी, जिससे आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ पारिवारिक सुख और समृद्धि में वृद्धि होगी। यदि किसी कार्य में बाधा आ रही थी, तो शिव की कृपा से वह कार्य सफल हो सकता है।

मूलांक 2

जिनका जन्म 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 2 होगा और इनके ग्रह स्वामी चंद्रमा हैं। चंद्रमा भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान है, जिससे महाशिवरात्रि के दिन इन लोगों को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा। इनके बिगड़े हुए काम बन सकते हैं और जीवन में प्रगति के नए रास्ते खुल सकते हैं।

मूलांक 5

जिनका जन्म 5, 14 या 23 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 5 होगा और इनके ग्रह स्वामी बुध हैं। महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ का आशीर्वाद इन पर बरसेगा, जिससे वे जीवन में उन्नति करेंगे। इसके साथ ही, इन्हें धन लाभ की भी संभावना है।

मूलांक 6

जिनका जन्म 6, 14 या 24 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 6 होगा और इनके ग्रह स्वामी शुक्र हैं। महाशिवरात्रि पर शिव की पूजा से इन्हें विशेष लाभ प्राप्त होगा। इनके जीवन में नए और अच्छे अवसर आ सकते हैं और पारिवारिक जीवन भी सुखमय होगा।

महाशिवरात्रि पर ग्रहों का दुर्लभ संयोग

महाशिवरात्रि पर शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेगा, इसके साथ राहु भी रहेगा। ये एक शुभ योग है। इसके अलावा सूर्य-शनि कुंभ राशि में रहेंगे। सूर्य शनि के पिता हैं और कुंभ शनि की राशि है। ऐसे में सूर्य अपने पुत्र शनि के घर में रहेंगे।

शुक्र मीन राशि में अपने शिष्य राहु के साथ रहेगा। कुंभ राशि में पिता-पुत्र और मीन राशि में गुरु-शिष्य के योग में शिव पूजा की जाएगी। ऐसा योग 149 साल बाद है। 2025 से पहले 1873 में ऐसा योग बना था, उस दिन भी बुधवार को शिवरात्रि मनाई गई थी।

फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की महाशिवरात्रि 26 फरवरी, धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग, शकुनी करण और मकर राशि के चंद्रमा की उपस्थिति में आ रही है।

सूर्य, बुध और शनि योग

महाशिवरात्रि पर सूर्य, बुध और शनि एक साथ कुंभ राशि में स्थित रहेंगे। इन तीनों ग्रहों की युति और महाशिवरात्रि का योग 2025 से पहले 1965 में बना था। सूर्य और शनि पिता-पुत्र हैं और सूर्य शनि की राशि कुंभ में रहेंगे। यह एक विशिष्ट संयोग है, जो लगभग एक शताब्दी में एक बार बनता है, जब अन्य ग्रह और नक्षत्र इस प्रकार के योग में विद्यमान होते हैं।

इस प्रबल योग में की गई साधना आध्यात्मिक और धार्मिक उन्नति प्रदान करती है। पराक्रम और प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए सूर्य-बुध के केंद्र त्रिकोण योग का बड़ा लाभ मिलता है। इस योग में विशेष प्रकार से साधना और उपासना की जानी चाहिए।