वर्ष 2021 का अंतिम चंद्रग्रहण और इस सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 19 नवंबर शुक्रवार के दिन लगेगा.
उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ज्योतिषीय गणना करते हुए बताते हैं कि यद्यपि यह आंशिक चंद्रग्रहण है, परंतु इस सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण है. जो 19 नवंबर को सुबह लगेगा और दोपहर में समाप्त हो जाएगा. क्योंकि पूर्णमासी तिथि 18 नवंबर को 12:30 से लग रही है जो 19 नवंबर को दोपहर 2:35 पर समाप्त हो जाएगी.
ज्योतिष में अंतरराष्ट्रीय हस्ताक्षर आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल सौरमंडल की गणना करके बता रहे हैं कि यह चंद्र ग्रहण भारतवर्ष के असम और अरुणाचल प्रदेश में ही दिखाई देगा अन्य हिस्सों में नहीं दिखाई देगा तथा एशिया महाद्वीप प्रशांत महासागर अमेरिका और इंडोनेशिया में विशेष रूप से प्रभावी रहेगा. परंतु चंद्रग्रहण चाहे आंशिक हो फिर भी उसका असर भूमंडल पर पूरा ही रहता है. यद्यपि आंशिक ग्रहण का सूतक पातक असर नहीं के बराबर होता है.
श्रीमद् भागवत व्यास पीठ पर आसीन होने वाले आचार्य चंडी प्रसाद बताते हैं कि 12 में से 6 राशियां ऐसी हैं. जिनके लिए यह चंद्र ग्रहण बहुत लाभदायक साबित होगा. क्योंकि यह चंद्रग्रहण वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र पर घटित हो रहा है. इसलिए इस राशि के लिए नुकसानदेह है परंतु मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर और मीन राशि के लिए वरदान साबित होगा. सब तरफ से खुशियां प्राप्त होंगी, प्रमोशन और व्यापार में वृद्धि संतान प्राप्ति के योग इस राशि के जातकों के लिए बनेंगे.
मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित करने का विज्ञान विकसित करने की वजह से ज्योतिष वैज्ञानिक उपाधि से सम्मानित डॉक्टर घिल्डियाल बताते हैं कि 18 तारीख की रात्रि मंत्र सिद्धि और यंत्र सिद्धि के लिए बहुत शुभ है वृषभ, मिथुन, सिंह, तुला, धनु और कुंभ राशि के जातक रोग से पीड़ित हो सकते हैं. धन हानि, संतान को कष्ट, व्यापार में हानि, भूमि भवन संबंधी नुकसान भी हो सकता है, इसलिए सावधानी रखें. उन्होंने बताया किस ग्रहण के प्रभाव से देश में भूकंप आगजनी सड़क दुर्घटनाओं के योग बन रहे हैं. प्रदेश और देश की सरकारों को सावधान रहना चाहिए.