Waterlogging in Minto Bridge, Delhi

नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में कई दिनों से मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे लोगों के लिए रविवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश राहत से ज्यादा आफत बनकर आई। बारिश से जहां लोगों को कुछ देर गर्मी से राहत मिली, वहीं कुछ लोगों के लिए मुसीबत भी बन गई। रविवार सुबह हुई मूसलाधार बरसात से दिल्ली के मिंटों ब्रिज अंडरपास में इतना पानी भर गया कि एक टेम्पो ड्राइवर की गाड़ी वहीं फंस गई और फिर उसकी वहीं मौत हो गई। इसके अलावा ITO के पास अन्ना नगर में पानी के तेज बहाव में नाले से सटे 10 घर (झुग्गियां) बह गए।

रविवार तड़के भारी बारिश के बाद मिंटो ब्रिज अंडरपास जलमग्न हो गया और देखते ही देखते पानी इतना बढ़ गया कि अंडरपास से गुजर रही एक DTC की बस, एक कार और एक टेम्पो इसमें पूरी तरह डूब गए। कार चालक के साथ बस के ड्राईवर और कंडक्टर किसी तरह गाड़ी की छत पर पहुंचे और मदद मिलने का इंतजार करने लगे। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने रस्सी और सीढ़ी के सहारे इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। परन्तु कुछ देर बाद पुल के ऊपर से गुजर रहे एक रेल कर्मचारी ने बस के पास एक व्यक्ति को पानी में डूबा हुआ देखा और तुरंत पानी में कूदकर उसे बाहर निकाला। लेकिन तब तक इस व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। मृतक शख्स की पहचान के उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के कुंदन सिंह के रूप में हुई है।

जानकारी के मुताबिक कुंदन टेम्पो (छोटा हाथी) लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से कनॉट प्लेस की तरफ जा रहा था। रास्ते में मिंटो ब्रिज के पास जलभराव था। इस बीच कुंदन अपना टेम्पो लेकर ब्रिज से निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन टेम्पो पानी में फंस गया और कुंदन की मौत हो गई। जांच में पता चला कि मृतक पानी में फंसी अपनी गाड़ी को निकालने का प्रयास कर रहा था, जिसके कारण वह डूब गया। मूल रूप से पिथौरागढ़ के रहने वाले कुंदन सिंह अपने परिवार में इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। 56 वर्षीय कुंदन सिंह अपने पीछे पत्नी मुन्नी देवी और 24 तथा 12 वर्ष की दो पुत्रियां छोड़ गए हैं। अत्यधिक निर्धन कुंदन सिंह पर ही पूरे परिवार का भार था। जानकारी के मुताबिक उनकी बड़ी बेटी की नवंबर में शादी होने वाली थी। कुंदन सिंह के दोनों भाइयों की पहले ही सड़क हादसों में मौत हो चुकी है।

उधर इस घटना पर सियासत तेज हो गई है बीजेपी ने इस घटना के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार बताया है। वहीं आप सांसद संजय सिंह ने बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली में बीजेपी को दिन रात आरोप लगाना है क्योंकि उनके पास काम नहीं है। नालों की सफाई MCD, PWD और जलबोर्ड की जिम्मेदारी है।

इसके अलावा ITO के नजदीक WHO का हेडक्वॉर्टर बन रहा है। जहाँ जलभराव से आसपास की झुग्गियों में पानी भर गया और फिर तेज बहाव में नाले से सटे 10 घर (झुग्गियां) बह गए।

दिल्ली में पहली बार दिखा बारिश का ऐसा कहर 10 कच्चे मकानों को बहाकर ले गया पानी।

दिल्ली में पहली बार दिखा बारिश का ऐसा कहर 10 कच्चे मकानों को बहाकर ले गया पानी।

Posted by Devbhoomisamvad on Sunday, 19 July 2020