कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजों से साफ़ हो गया है कि कोई भी पार्टी अकेले सरकार बना पाने की स्थिति में नहीं है। अब ऐसे मे जोड़-तोड़ की राजनीति से ही सरकार बन पायेगी। अब सबकी नजर कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिकी हुई हैं, कि वे पहले किसको सरकार बनाने का न्योता देते हैं। हालाँकि भाजपा और जेडीएस दोनों ही सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, वैसे तो भाजपा इस चुनाव मे सबसे बड़े दल के रूप मे उभरा है, परन्तु बहुमत से चंद कदम दूर रहने की वजह से उनके लिए भी प्रयाप्त बहुमत जुटा पाना कठिन है। जैसा कि सुनने मे आ रहा है कि कांग्रेस, जेडीएस को बिना शर्त समर्थन देने को तैयार है ऐसे में फैसला अब राज्यपाल को अपने विवेक के आधार पर लेना है, कि किसे पहले सरकार बनाने का मौका दें। दोनों ही पार्टियाँ एक दूसरे पर विधायकों की खरीद फरोक्त का आरोप प्रत्यारोप लगा रही हैं.