लखीमपुर खीरी हिंसा :लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ‘मोनू’ को लंबी पूछताछ के बाद आखिरकार शनिवार रात देर गिरफ्तार कर लिया गया। शनिवार सुबह करीब 11 बजे आशीष के सरेंडर करने के बाद करीब 12 घंटे लगातार लखीमपुर में क्राइम ब्रांच के दफ्तर में मजिस्ट्रेट के सामने सवाल-जवाब हुए। लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में 6 लोगों की टीम ने पूछताछ की। डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी पूछताछ में शामिल थे। आशीष मिश्र पर जांच में सहयोग न करने आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की गई है। एसआइटी प्रभारी डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल ने रात करीब 10:50 बजे क्राइम ब्रांच के दफ्तर के बाहर से निकलकर मोनू की गिरफ्तारी की घोषणा की।
आशीष मिश्रा ने अपने पक्ष में कई वीडियो पेश किए। उन्होंने 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पेश किया, जो बताते हैं कि वो काफिले के साथ नहीं था, कुश्ती (दंगल) मैदान में था आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील और मंत्री अजय मिश्रा टेनी के प्रतिनिधि भी अंदर मौजूद रहे। दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने मंत्री अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से हटाने के साथ गिरफ्तार करने, आशीष मिश्रा को भी गिरफ्तार करने की मांग की थी।
बता दें कि लखीमपुर में हुई हिंसा और किसानों को जीप से कुचलकर मारने के मामले में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया था। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दल मंत्री पुत्र की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।