रूस और यूक्रेन के बीच जारी 7 दिनों से जंग और भी भीषण होती जा रही है। रूसी सेनाओं ने राजधानी कीव समेत कई शहरों में बमबारी और मिसाइलों से हमला तेज कर दिया है। अब यूक्रेन में आम नागरिकों की मौत हो रही है। भारत की चिंता यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों की बचाने की है। इसी को लेकर मंगलवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से हाई लेवल की मीटिंग की। इस मीटिंग में अब केंद्र सरकार ने भारतीय छात्रों को सकुशल वापसी के लिए अभियान तेज चलाने के लिए कमर कस ली है।
केंद्र सरकार ने इस काम के लिए वायु सेना से भी आगे आने के लिए कहा है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के अभियान ‘ऑपरेशन गंगा’ में वायुसेना भी शामिल हो गई है। वायुसेना का ट्रांसपोर्ट विमान C-17 बुधवार सुबह 4 बजे हिंडन एयरबेस से रवाना हुआ। यह विमान करीब 4900 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए तकरीबन साढ़े पांच घंटे में रोमानिया पहुंचेगा। माना जा रहा है कि अपनी पहली उड़ान में ही 400 से ज्यादा भारतीय छात्रों को यह विमान एयरलिफ्ट करके बुधवार देर शाम तक भारत ला सकता है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, 8 मार्च तक बुडापेस्ट, बुखारेस्ट समेत अन्य स्थानों पर कुल 46 फ्लाइट भेजी जाएंगी। बुखारेस्ट में कुल 29 फ्लाइट्स जाएंगी। इनमें 13 एयर इंडिया की, 8 एयर इंडिया एक्सप्रेस की, 5 इंडिगो की, 2 स्पाइसजेट की और एक इंडियन एयरफोर्स का एयरक्रॉफ्ट होगा। वहीं दूसरी ओर मंगलवार देर रात यूक्रेन में फंसे 218 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का 8वां विमान हंगरी के बुडापेस्ट से दिल्ली पहुंचा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने छात्रों का स्वागत किया। इससे पहले एयर इंडिया की 7वीं फ्लाइट 182 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंची थी। ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 9 फ्लाइट्स से कुल 2,054 भारतीयों को देश वापस लाया जा चुका है। बता दें कि मंगलवार को यूक्रेन के खारकीव में रूस की बमबारी में कर्नाटक के एमबीबीएस के छात्र नवीन कुमार की मौत हो गई थी। नवीन कुमार बाहर से राशन लाने के लिए लाइन में लगे हुए थे।