यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर आ रहे एयर इंडिया का विमान आज शाम तक मुंबई एयरपोर्ट पहुंच जाएगा। इन भारतीयों का स्वागत करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मुंबई एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे। बता दें कि विमान ने यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानिया के बुखारेस्ट से उड़ान भरी है। विमान में बैठकर छात्र काफी खुश नजर आए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हम छात्रों की वापसी की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने के लिए तीन फ्लाइट और भेजी है। यूक्रेन से भारत आने वाले यात्रियों के लिए मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक स्पेशल कॉरिडोर बनाया गया है। यहां से बाहर निकलने के लिए यात्रियों को कोविड-19 टीकाकरण का प्रमाणपत्र या आरटी पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा है कि यूक्रेन से निकाले गए 219 भारतीयों के साथ पहली उड़ान रोमानिया से मुंबई के लिए रवाना हुई। वहीं दूसरी ओर हमले के तीसरे दिन यूक्रेन में चारों ओर तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों में दहशत का माहौल है। वहीं शुक्रवार को भारतीय नागरिकों को लेकर पहली फ्लाइट मुंबई के लिए रवाना हो गई है कुछ देर में ही पहुंचने वाली है। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों और छात्र छात्राओं के लिए नई एडवाइजरी जारी की गई है।
शनिवार को जारी एडवाइजरी के अनुसार, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि वे हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से भारत सरकार और दूतावास के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना सीमा चौकियों पर न जाएं। एडवाइजरी में कहा गया है कि विभिन्न सीमा चौकियों पर स्थिति संवेदनशील है और दूतावास नागरिकों की सुरक्षित निकासी के समन्वय के लिए काम कर रहा है। कीव में भारतीय दूतावास द्वारा जारी नवीनतम सलाह के अनुसार दूतावास को बिना पूर्व सूचना के सीमा चौकियों पर भारतीय नागरिकों को पार करने में मदद करना मुश्किल हो रहा है।
एडवाइजरी में कहा गया है यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सीमा चौकियों (स्थापित हेल्पलाइन नंबर) और भारत के दूतावास, कीव के आपातकालीन नंबरों पर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना किसी भी सीमा चौकी पर न जाएं ।कीव में भारतीय दूतावास ने आगे कहा है, विभिन्न सीमा चौकियों पर स्थिति संवेदनशील है और दूतावास हमारे नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए हमारे पड़ोसी देशों में हमारे दूतावासों के साथ लगातार काम कर रहा है। दूतावास को उन भारतीय नागरिकों को पार करने में मदद करना मुश्किल हो रहा है जो बिना पूर्व सूचना के सीमा चौकियों पर पहुंचते हैं।
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा है कि यूक्रेन से निकाले गए 219 भारतीयों के साथ पहली उड़ान रोमानिया से मुंबई के लिए रवाना हुई।
विदेश मंत्री ने बताया कि हम प्रगति कर रहे हैं। हमारी टीमें 24 घंटे ज़मीन पर काम कर रही हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं। pic.twitter.com/zWRShNruNM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 26, 2022