BJP changed four state presidents

भाजपा हाईकमान ने चार प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए हैं। पार्टी का यह बदलाव अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से चारों राज्यों के लिए नए प्रदेश अध्यक्ष का पत्र जारी किया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सम्राट चौधरी को बिहार बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया है। नड्डा ने सीपी जोशी को राजस्थान का पार्टी प्रदेश अध्यक्ष, मनमोहन सामल को ओडिशा का पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और वीरेंद्र सचदेवा को दिल्ली भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।

बिहार के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कार्यकाल पूरा हो गया था। वहीं भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से बिहार में खास वर्ग को साधने के लिए उठाया गया कदम माना जा रहा है। सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी सात बार विधायक रहे हैं। सम्राट अब बिहार भाजपा अध्यक्ष के रूप में संजय जायसवाल की जगह लेंगे। इससे पहले सम्राट चौधरी बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह 1999 में कृषि मंत्री और 2014 में शहरी विकास और आवास विभाग के मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। सम्राट चौधरी को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भी भाजपा ने कई समीकरण साधे हैं।

भाजपा ने पहले सम्राट चौधरी को बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाया और अब प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं। लिहाजा पार्टी ने सम्राट चौधरी पर दांव खेला है। राजस्थान में भाजपा ने सीपी जोशी को प्रदेश की कमान सौंपी है। जोशी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से भाजपा सांसद हैं। अभी तक सतीश पुनिया राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से 23 मार्च यानी आज सीपी जोशी के नाम का एलान किया गया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि वसुंधरा राजे खेमे के विधायक सतीश पुनिया को काफी दिनों से हटाए जाने की मांग हो रही थी।

बता दें कि वीरेंद्र सचदेवा को पिछले साल दिसंबर में दिल्ली भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने आदेश गुप्ता की जगह ली थी। अब सचदेवा को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया है। वीरेंद्र सचदेवा को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा की हार के बाद तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इस्तीफा दिया था। इसके बाद वीरेंद्र सचदेवा को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इसका मतलब यह था कि फिलहाल के लिए भाजपा ने यह व्यवस्था की है और आने वाले समय में नियमित नियुक्ति की जाएगी। अब कार्यकारी अध्यक्ष को ही नियमित प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त कर दिया गया है।