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Corona Vaccination: कोरोना वायरस को जड़ से ख़त्म करने के लिए दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन लगवाने का काम जोर शोर से चल रहा है। अपने देश की बात करें तो यहाँ एक मार्च से कोरोना टीकाकरण (Covid Vaccination) का दूसरा चरण शुरू हो गया है। इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दी जा रही है। इसके अलावा 45 साल से ज्यादा उम्र के उन लोगों को भी टीके लगाए जा रहे हैं जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। इससे पूर्व पहले चरण में देश के स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। अब तक तक देश में 1,80,5,503 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। जबकि दुनियाभर में अब तक 27.1 करोड़ से भी अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है।

क्या कोरोना की वैक्सीन लगवाने से पहले या बाद में शराब नहीं पीनी चाहिए?

कोरोना की वैक्सीन को लेकर शराब का सेवन करने वालों के मन में एक सवाल है कि क्या कोरोना की वैक्सीन लगवाने के पहले और बाद में शराब पी सकते हैं? इस सवाल को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि एक्पर्ट्स के मुताबिक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है जिससे ये कहा जा सके वैक्सीन लेने के बाद अगर आप शराब पीते हैं तो इसका गलत असर होगा। अभी तक वैक्सीन की प्रभावशीलता पर शराब के सेवन के बाद कोई गलत असर होने का सबूत सामने नहीं आया है। इसके साथ ही, मंत्रालय ने यह भी कहा है कि सोशल मीडिया पर महिला की प्रजनन क्षमता पर असर डालने वाले होने वाले दावे पूरी तरह से गलत और निराधार हैं।

हालाँकि देश के मशहूर डॉ. अरविंदर सिंह सोइन कोरोना का टीका ले चुके या लेने वाले लोगों को शराब से बचने की सलाह देते हैं। उनका कहना है कि ‘शराब और कोरोना वैक्सीन को मिक्स न करें। टीका लेने से कम से कम एक हफ्ता पहले और टीका लेने के बाद दो हफ्ते तक शराब का सेवन बिल्कुल न करें। ‘समय सीमा पार हो जाने के बाद भी शराब का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। इसलिए हम भी आप लोगों को यही सलाह देते हैं कि कोरोना टीकाकरण के दौरान कुछ दिन तक शराब का सेवन करने से बचें।

गंभीर बीमारी वाले भी ले सकते हैं वैक्सीन

स्वास्थ्य मंत्रालय से जब यह सवाल किया गया कि हाइपरटेंशन, डायबिटिक मेलिटस, क्रोनिक किडनी की बीमारी और दिल संबंधी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति ले सकते हैं? इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कुल मिलाकर दोनों वैक्सीन को-मॉर्बिडिटीज वाले लोगों पर भी सेफ और प्रभावी हैं। मंत्रालय ने कहा है कि अगर आपको किसी स्पेसिफिक वजह को लेकर चिंता है, तो फिर अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।