जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की नेता महबूबा मुक्ति को आज दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। महबूबा बुधवार को जम्मू-कश्मीर में कई जिलों में चलाए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान का विरोध करने के लिए दिल्ली आई हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस महबूबा मुफ्ती को पुलिस की गाड़ी में भरकर ले गई। इस दौरान उनके कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया गया है। महबूबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में गुंडा राज है। इसे अफगानिस्तान की तरह नष्ट किया जा रहा है। साथ ही उनके कार्यकर्ताओं ने बीजेपी हाय हाय के नारे भी लगाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने रेलवे भवन से संसद तक मार्च निकालने की योजना बनाई थी। महबूबा ने कहा कि हम विपक्षी दलों और सत्तारूढ़ भाजपा को जम्मू-कश्मीर की जनता के दुखों के बारे में बताने के लिए आए हैं। अगर हम संसद नहीं जा सकते हैं, तो मुझे आश्चर्य है कि हमें कहां जाना चाहिए। क्या सरकार चाहती है कि हम संयुक्त राष्ट्र में अपनी शिकायतों का हल निकलवाएं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कानून का कोई राज नहीं है। हम अपने दिल की बात कहने के लिए दिल्ली आए थे, लेकिन ऐसा लगता है कि यहां भी आम जनता की आवाज दबा दी गई है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए अब तक कई इमारतों पर बुलडोजर चलाया गया है। इसके विरोध में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह विध्वंस अभियान कश्मीर को फिलिस्तीन से भी बदतर स्थिति में बदल रहा है। केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को अफगानिस्तान जैसा बनाना चाहती है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि बीजेपी देश के संविधान को तोड़ रही है। कश्मीर को अफगानिस्तान बना दिया गया है। बीजेपी ने बहुमत को हथियार बनाया है। जम्मू-कश्मीर में अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत गरीबों और हाशिए पर खड़े लोगों के घरों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है।