इंडो-ग्लोबल सोशल सर्विस सोसाइटी, माइक्रोसॉफ्ट और साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के सहयोग से संतुष्टि अपार्टमेंट ने खुद को एक जीरो WASTE जोन में बदल दिया है। केवल 4 महीनों में उन्होंने 55 टन गीले कचरे को लैंडफिल में जाने से रोकने में कामयाबी हासिल की और 500 किलोग्राम जैविक खाद का उत्पादन किया। संतुष्टि अपार्टमेंट दिल्ली की अन्य सोसाइटीज के लिए प्रेरणा बन गया है और साबित कर दिया है कि जहां चाह है, वहां राह है।
समाज के 1100 घरों से उत्पन्न गीले कचरे को एक नवीन पद्धति से स्रोत पर ही खाद में परिवर्तित किया जा रहा है। कोई भी गीला कूड़ा अब सोसाइटी के बाहर नहीं जा रहा है। ये तकनीक उन अपार्टमेंट के लिए उपयुक्त हैं जिनके पास जगह की कमी है और वे पारंपरिक तरीके से कम्पोस्टिंग नहीं कर सकते।
इंडो-ग्लोबल सोशल सर्विस सोसाइटी की क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रमुख शिखा श्रीवास्तव ने कहा कि “हमें waste मैनेजमेंट के ऐसे तरीके अपनाने होंगे, जो सब लोग आसानी से कर पाएं और उन पर ज्यादा खर्चा भी ना हो। तभी कूड़े के जो पहाड़ हमारे शहर में हैं, उन्हें खत्म कर पाएंगे और दिल्ली को एक स्वच्छ और हरा भरा शहर बना पाएंगे। डॉ. अंकिता चक्रवर्ती, डिप्टी कमिश्नर, SDMC ने संतुष्टि अपार्टमेंट को बधाई दी और साथ ही अन्य सोसाइटीज को भी कम्पोस्टिंग अपनाने की सलाह दी। डॉ. चक्रवर्ती ने सोसाइटीज और IGSSS को कम्पोस्टिंग कार्यक्रम में हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस कार्यक्रम में डॉ रूबी मखीजा, सैफ और सैयद सुहैब ने भाग लिया।