IPS D Roopa Moudgil and IAS Rohini Sindhuri

War on social media between women IPS and IAS : कर्नाटक में दो महिला अफसरों आईपीएस और आईएएस के बीच कई दिनों से सोशल मीडिया पर शुरू हुई लड़ाई ने सरकार की भी किरकिरी करा दी है। आईपीएस अधिकारी डी रूपा मौदगिल और आईएएस रोहिणी सिंधुरी के बीच सोशल मीडिया पर निजी तस्वीरें शेयर करने को लेकर लड़ाई हुई थी। इसके बाद दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि कर्नाटक सरकार को भी हस्तक्षेप करना पड़ा है। ‌

जिसके बाद सरकार ने आईपीएस डी रूपा मौदगिल और आईएएस रोहिणी सिंधुरी का ट्रांसफर कर दिया गया है। खास बात यह है कि दोनों को कोई पोस्टिंग नहीं दी गई है। आईपीएस रूपा के आईएएस पति का भी ट्रांसफर किया गया है। यानी अगले आदेश तक वह राज्य मुख्यालय से अटैच रहेंगी। आईपीएस रूपा ने कथित रूप से दावा किया था कि सिंधुरी ने तीन आईएएस अफसरों को अपनी निजी तस्वीरें खुद भेजी थीं।

राज्य के गृह मंत्री ज्ञानेंद्र ने कहा था कि हम चुप नहीं बैठे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वे दोनों इतना बुरा व्यवहार कर रही हैं, जैसा कोई आम आदमी भी सड़क पर नहीं करेगा। चाहे उनके जो कुछ भी व्यक्तिगत मुद्दे हों, लेकिन (मामले का) मीडिया के सामने आना और इस तरह का व्यवहार करना सही नहीं है। दोनों अधिकारियों के बीच मनमुटाव तब बढ़ गया जब डी रूपा ने फेसबुक पर रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें शेयर कीं। उन्होंने दावा किया कि रोहिणी सिंधुरी ने पुरुष आईएएस अधिकारियों को उनकी तस्वीरें भेजकर सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन किया है। डी रूपा ने आरोप लगाया कि सिंधुरी ने 2021 और 2022 में तीन अधिकारियों के साथ उनकी तस्वीरें शेयर की थीं। इसके तुरंत बाद आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने आईपीएस रूपा पर सवाल उठाते हुए लिखा, ‘मुझे बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया और वॉट्सऐप स्टेटस से मेरी तस्वीरों के स्क्रीनशॉट लिए गए हैं। जैसा कि रूपा ने दावा किया है कि मैंने ये तस्वीरें कुछ अफसरों को भेजी हैं तो मैं उनसे अफसरों के नाम सार्वजनिक करने की अपील करती हूं।’

विवाद के बाद एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में सिंधुरी ने आईपीएस रूपा पर हमला करते हुए कहा कि मानसिक बीमारी एक बड़ी समस्या है। इसका इलाज काउंसलिंग और दवाओं से होना चाहिए। बता दें कि रोहिणी सिंधुरी कर्नाटक कैडर की 2009 बैच की आईएएस अफसर हैं। वह मूल रूप से आंध्र प्रदेश की निवासी हैं। 2015 में मांड्या जिला पंचायत के सीईओ के पद पर रहते हुए एक लाख टॉयलेट बनवाने का रिकॉर्ड उनके नाम पर है। इसके लिए उन्हें पीएम मोदी पुरस्कार भी दे चुके हैं।

आईपीएस रूपा का दावा है कि आईएएस सिंधुरी ने एक लाख टॉयलेट का गलत दावा किया था। आईपीएस डी रूपा भी काफी चर्चित अधिकारी हैं। उन्होंने एआईएडीएमके की नेता शशिकला को जेल के अंदर स्पेशल ट्रीटमेंट का खुलासा किया था। ट्रांसफर के पहले वह कर्नाटक हस्तशिल्प विकास निगम में एमडी के पद पर कार्यरत थीं। इसके साथ ही डी रूपा ने कुछ ऐसे खुलासे किए थे, जिसके बाद उनके बॉस यानी कर्नाटक के एडीजी (जेल) को पद से हटना पड़ा था।