चार दिन बाद यानी 24 फरवरी से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होने वाले अधिवेशन के लिए कांग्रेस जोर-शोर से तैयारी शुरू कर रही थी। इस अधिवेशन में सोनिया गांधी और राहुल भी आएंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। अधिवेशन शुरू होने से पहले आज प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मार कार्रवाई शुरू कर दी है। इसमें विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल हैं।
ईडी ने कोयला लेवी घोटाले में कार्रवाई की है। प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह, भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल और विनोद तिवारी पर एजेंसी ने एक्शन लिया है। इनसे जुड़े रायपुर की श्रीराम नगर, डीडी नगर, गीतांजलि नगर, मोवा में छापे मारे गए। प्रवर्तन निदेशालय के अचानक मारे गए छापे से कांग्रेस भड़क गई है। कांग्रेस ने कहा कि ये कार्रवाई अधिवेशन को डिस्टर्ब करने के लिए है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा पिछले 9 सालों में ईडी ने जो रेड की हैं उसमें 95% विपक्षी नेता हैं, और सबसे ज्यादा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ है। रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन के पहले मोदी सरकार की ओर से प्रवर्तन निदेशालय का दुरुपयोग कर छत्तीसगढ़ के हमारे कांग्रेस नेताओं पर छापा मारना, भाजपा की कायरता को दर्शाता है । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अडाणी की सच्चाई खुलने और भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से हताश हो चुकी भाजपा ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। पार्टी रायपुर में ईडी दफ्तर का घेराव करेगी। यह घेराव दोपहर बाद होगा।
भूपेश बघेल ने सोमवार को ट्वीट कर ईडी के छापों की जानकारी दी। लिखा- प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष, पूर्व उपाध्यक्ष और विधायक समेत कई साथियों के घरों पर ईडी ने छापा मारा है। 4 दिन के बाद रायपुर में कांग्रेस का महाधिवेशन है। तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौसले नहीं तोड़े जा सकते। भारत जोड़ो की सफलता और अडाणी की सच्चाई खुलने से भाजपा हताश है। यह ध्यान भटकाने का प्रयास है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।